Zika Virus: क्या है जीका वायरस के शुरूआती लक्षण और इसके उपचार, जानिए कैसे करें इससे अपना बचाव

Zika Virus: जीका वायरस के मामलों में पुणे में फिर से कुछ मामले सामने जानते हैं क्या हैं इसके शुरूआती लक्षण, उपचार और कैसे करें इससे अपना बचाव।

Newstrack :  Network
Update:2024-08-01 23:21 IST

Zika Virus (Image Credit-Social Media)

Zika Virus: महाराष्ट्र के पुणे में जीका वायरस का प्रकोप लगातार जारी है। इसके अभी तक लगभग 49 मामले सामने आ चुके हैं। इसकी शुरुआत इस साल 20 जून को हुई थी जो अभी भी जारी है। वहीँ पुणे के ग्रामीण इलाकों में तीन और मामले सामने आ गए हैं जिससे लोगों में दहशत का माहौल है।

आईसीएमआर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की एक टीम ने पुणे के कुछ क्षेत्रों से लार्वा नमूनों में जीका वायरस पाया है। इनमे पाशान, एरंडवाने और मुंडवा से एकत्र किए गए नमूने शामिल थे। आईसीएमआर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की एक टीम द्वारा बताया गया कि इस वायरस से निपटने के लिए प्रभावित क्षेत्र के पांच किलोमीटर के दायरे में मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए कई कार्य किये जा रहे हैं। वहीँ अधिकारियों से प्रभावित क्षेत्र पर पूरी तरह निगरानी रखने और सभी तरह के निवारक उपायों को अपनाने को कहा गया है।

आपको बता दें कि लगभग 203 मच्छरों के नमूने एकत्र किए गए थे वहीँ 1,094 लार्वा के नमूने परीक्षण के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी को भेजा गया। इन सभी नमूनों में से एरंडवाने और पाशान के नमूनों में जीका वायरस पाया गया। वहीँ 31 जुलाई को आई रिपोर्ट के अनुसार मुंडवा से एकत्र किए गए नमूनों में भी ज़ीका वायरस मिला।

बुधवार को भी पुणे से दो नए मामले ज़ीका वायरस के सामने आये हैं जिसमे एक माणिकबाग, सिंहगढ़ रोड की 27 वर्षीय गर्भवती महिला है। आइये जानते हैं इसके क्या लक्षण है और कैसे इससे आप अपना बचाव कर सकते हैं और इसका इलाज कैसे संभव है।

ज़ीका वायरस के लक्षण

ज़ीका वायरस में फ्लू जैसे लक्षण होते हैं लेकिन ये फ्लू से अलग पहचाना जा सकता है। क्योंकि इसमें बुखार के साथ चकत्ते जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं। अगर आपको ऐसे कोई लक्षण नज़र आएं तो तुरंत अपना ब्लड टेस्ट करवाएं। वैसे जीका वायरस में कई लोगों में कोई भी लक्षण शुरुआत में नज़र नहीं आता। इसके लक्षण आमतौर पर संक्रमण के 3-14 दिन बाद दिखने शुरू होते हैं। जिसमे दाने, बुखार, नेत्रश्लेष्मलाशोथ, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, अस्वस्थता और सिरदर्द शामिल होता हैं। ये लक्षण 2-7 दिनों तक रहते हैं।

उपचार

जीका वायरस संक्रमण की रोकथाम या उपचार के लिए अभी तक कोई टीका उपलब्ध नहीं है। जीका वैक्सीन का विकास अनुसंधान का एक सक्रिय क्षेत्र बना हुआ है। इसके अलावा यहाँ कुछ मुख्य बातें हैं जिन्हे जानना आपके लिए बेहद ज़रूरी है। आइये इनकरे बारे में विस्तार से जानते हैं।

  • जीका वायरस मुख्य रूप से एडीज मच्छरों के काटने से होता है जो ज्यादातर दिन के समय काटते हैं।
  • जीका वायरस संक्रमण वाले अधिकांश लोगों में लक्षण विकसित नहीं होते हैं।
  • जिन लोगों में ये लक्षण दिखते हैं उन्हें शरीर पर दाने, बुखार, नेत्रश्लेष्मलाशोथ, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, अस्वस्थता और सिरदर्द जैसे लक्षण होते हैं, ये 2-7 दिनों तक रहते हैं।
  • गर्भावस्था के दौरान अगर कोई जीका वायरस से संक्रमित हो जाये तो शिशुओं का जन्म माइक्रोसेफली और अन्य जन्मजात विकृतियों के साथ-साथ समय से पहले जन्म और गर्भपात तक के साथ हो सकता है।
  • जीका वायरस संक्रमण वयस्कों और बच्चों में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम, न्यूरोपैथी और मायलाइटिस से जैसी समस्या ला सकता है।
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