Himachal Weather: हिमाचल में भारी बारिश ने फिर मचाई तबाही, घर-दुकानें ध्वस्त, कई लोगों ने गवाई जान
हिमाचल प्रदेश में एक सप्ताह बाद फिर सक्रिय हुए मानसून ने सोमवार को जमकर तबाही मचाई है। अलग-अलग हुए हादसों में कई लोगों की मौत हो गई है जबकि कई लापता हैं।
हिमाचल प्रदेश में एक सप्ताह बाद फिर सक्रिय हुए मानसून ने सोमवार को जमकर तबाही मचाई है। अलग-अलग हुए हादसों में कई लोगों की मौत हो गई है जबकि कई लापता बताए जा रहे हैं। प्रदेश के कांगड़ा, हमीरपुर और चंबा में ही दर्जनों घर और दुकानें ध्वस्त हो गई हैं। वहीं बिजली के 148 ट्रांसफार्मर और पानी की दर्जनों योजनाएं ठप हैं। भूस्खलन से सात नेशनल हाईवे समेत प्रदेश भर में 252 छोटी-बड़ी सड़कें बंद हैं। कुछ सड़कों को बहाल कर दिया गया है।
हिमाचल प्रदेश में रविवार रात से हो रही मूसलधार बारिश सोमवार को भी जारी रही। इससे प्रदेश में कई सड़कें बाधित हुई हैं। चंबा-भरमौर एनएच पर बलोगी में सोमवार सुबह एक कार भूस्खलन की चपेट में आकर रावी में समा गई, जिस कारण उसमें सवार मां की मौत हो गई। जबकि पिता-पुत्र लापता हो गए हैं। लापता को खोजने के लिए सर्च अभियान छेड़ा गया है। तीनों स्थानीय निवासी बताए जा रहे हैं। हिमाचल में अभी तक लोक निर्माण विभाग को बरसात के कारण पिछले महीने से 162 करोड़ का नुकसान हुआ है। सड़क बहाल करने के कार्य में 352 मशीनें तैनात की हैं।
उधर, राजधानी शिमला में भी झमाझम बारिश हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश में 19 जुलाई को भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। 20 जुलाई को ऑरेंज और फिर दो दिन येलो अलर्ट जारी किया है। 22 जुलाई तक प्रदेश भर में मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान है। प्रशासन ने लोगों और पर्यटकों को नदी-नालों के किनारे और भूस्खलन वाले क्षेत्रों की ओर न जाने की हिदायत जारी की है।
देहरा-होशियारपुर (एनएच-503) सड़क ब्यास पुल के निकट पहाड़ी का मलबा गिरने के कारण बंद हो गई है। इसके अलावा पालमपुर में भी भारी बारिश के चलते पालमपुर-धर्मशाला वाया नगरी रोड बंद हो गया है। पालमपुर व धर्मशाला आने जाने वाली बसें अब लतवाला होते हुए जा रही हैं।