Himachal Sanitizer Scam: CM कार्यालय से पुष्पलता सिंघा के खिलाफ अभियोजन की मंजूरी, जाने ये पूरा मामला

हिमाचल प्रदेश राज्य सचिवालय में सैनिटाइजर घोटाले में विजिलेंस ब्यूरो पुष्पलता सिंघा समेत राज्य सचिवालय के कुल चार अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करेगा। इस मामले की जांच ब्यूरो ने करीब छह महीने पहले ही पूरी कर ली थी।

Newstrack :  Network
Published By :  Deepak Kumar
Update:2021-10-05 13:02 IST

हिमाचल प्रदेश सीएम जयराम ठाकुर। (Social Media)

शिमला: हिमाचल प्रदेश राज्य सचिवालय में सैनिटाइजर की खरीद में हुए घोटाले के मामले में विजिलेंस ब्यूरो जल्द ही कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करेगी। विजिलेंस ब्यूरो ने जांच पूरी कर राज्य सचिवालय सेवा की अधिकारी पुष्पलता सिंघा के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति मांगी थी। वहीं, मुख्यमंत्री कार्यालय ने अब स्वीकृति दे दी है। जिसके बाद अब विजिलेंस ब्यूरो पुष्पलता सिंघा समेत राज्य सचिवालय के कुल चार अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करेगा।

ब्यूरो ने छह महीने पहले ही पूरी कर ली थी जांच

बता दें कि इस मामले की जांच ब्यूरो ने करीब छह महीने पहले ही पूरी कर ली थी। जांच एजेंसी लगातार पत्र और रिमाइंडर लिखकर अनुमति मांग रही थी, लेकिन किन्हीं कारणों से सरकार मंथन करती रही पर हाल ही में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जब बीजेपी चार्जशीट और विजिलेंस में लंबित मामलों की समीक्षा की तो इस अभियोजन स्वीकृति की बात भी उठ गई। इसके बाद अब मुख्यमंत्री कार्यालय ने अभियोजन स्वीकृति दे दी है। वहीं, अब कार्मिक विभाग जल्द ही विजिलेंस ब्यूरो को लिखित में इसकी जानकारी देगा। 

राखिल काहलों के खिलाफ विजिलेंस FIR करेगी दर्ज 

वहीं, कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक की पूर्व एमडी व आईएएस राखिल काहलों के खिलाफ विजिलेंस बैंक लोन फ्रॉड के मामले में एफआईआर दर्ज करेगी। अभी तक ब्यूरो इस मामले से जुड़े दो केसों की जांच कर रहा था। एक केस में तत्कालीन एमडी की भूमिका भी संदेह के घेरे में आई, जिसके बाद ब्यूरो ने इस मामले में काहलों के खिलाफ अभियोग दर्ज करने की मंजूरी मांगी थी।

खास बात यह है कि यह वही घोटाला है जिसकी जांच जयराम सरकार ने ही विजिलेंस ब्यूरो को दी थी। इसी मामले में भाजपा के एक नेता और ठेकेदार का भी नाम आया था। 

ये था पूरा मामला

इस मामले में अप्रैल 2020 को राज्य सचिवालय में खरीदे गए महंगे सैनिटाइजर मामले में स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूराे ने सरकारी ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बीते मंगलवार की शाम काे विजिलेंस काे इस मामले की जांच के आदेश दिए थे। विजिलेंस ने 12 मई की रात काे ही शिमला के एक सरकारी ठेकेदार ललित कुमार के खिलाफ हिमाचल प्रदेश ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के तहत बिना लाइसेंस के सैनिटाइजर बेचने और उसमें भी भ्रष्टाचार करने का मामला दर्ज किया। सरकारी ठेकेदार ने 50 रुपए के सैनिटाइजर काे 130 रुपए में बेचा। दैनिक भास्कर ने बीते 23 अप्रैल काे सैनिटाइजर में भ्रष्टाचार से संबंधित खबर प्रकाशित की थी।

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