हिमाचल प्रदेश में बरसा प्रकृति का कहर, बादल फटने से हुई 9 की मौत, लापता हुई लाशें

Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में प्रकृति का कहर अपने चरम पर है।

Newstrack :  Network
Published By :  Shweta
Update:2021-07-28 19:11 IST

 बादल फटते हुए (फोटो सौजन्य से सोशल मीडिया)

Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में प्रकृति का कहर अपने चरम पर है। प्रदेश में मूसलाधार बारिश के वजह से अचानक बाढ़ आने से कम से कम सात लोगों की मौत होने की आशंका जताई जा रही है। नौ लोगों के लापता होने की सूचना भी मिली है। राज्य डिजास्टर मैनेजमेंट निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने कहा कि कुल्लू जिले में चार लोगों की और चम्बा में एक की मौत होने की आशंका जताई जा रही है।

लाहौल-स्पीति में भी दो लोगों की मौत हो चुकी है और नौ लोगों के लापता होने की बात की जा रही है। निदेशक ने बताया कि कुल्लू में मणिकरण के पास ही पार्वती नदी की सहायक नदी ब्रह्मगंगा में अचानक से जलस्तर बढ़ने के कारण 25 वर्षीय पूनम और उसका चार वर्षीय बेटा निकुंज बुधवार प्रातः सवा छह बजे उसमें बह गए। उन्होंने यह भी बताया कि एक अन्य महिला और एक पुरुष बाढ़ के पानी में बह गए।

निदेशक मोख्ता ने बताया कि लाहौल के उदयपुर में मंगलवार रात आठ बजे बादल फटने के वजह से अचानक आई बाढ़ ने मजदूरों के दो तम्बू और एक निजी जेसीबी मशीन भी बह गई। बाढ़ आने के कारण ही दो लोगों की मौत हो गई और नौ श्रमिक अब तक लापता हैं। अधिकारी ने बताया कि राज्य पुलिस और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के दलों को लापता लोगों की तलाश के लिए भेजा गया है। पानी के तेज बहाव ने मंगलवार रात तलाश अभियान को भी बाधित किया।

लाहौल-स्पीति के उपायुक्त नीरज कुमार ने इस संदर्भ में बताया कि भूस्खलनों के मलबे में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) का एक दल बुलाया गया है। उन्होंने यह कहा कि 'एनडीआरएफ का दल रास्ते में ही है और दोपहर तक घटनास्थल पर उसके पहुंचने की संभावना है।' उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ द्वारा तुरंत बचाव अभियान के लिए जिला प्रशासन आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था मौके पर कर रहा है।

राज्य के अलग अलग भागों में भारी बारिश अभी भी जारी है। शिमला मौसम विज्ञान केंद्र ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। मोख्ता ने कहा कि इससे पहले मंगलवार को भारी बारिश के वजह से भागा नदी में जलस्तर बढ़ने के बाद, लाहौल-स्पीति के दारचा गांव से अनेकों लोगों को बाहर निकाला गया। दारचा पुलिस जांच चौकी के अनुसार भारी बारिश से नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया था। जिसके कारण नदी किनारे, तीन दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं थी। मोख्ता ने बताया कि निचले इलाकों के आसपास वाले लोगों को पुलिस ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया है।

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