Himachal Pradesh: हिमाचल में काम कर गया प्रियंका फैक्टर, कांग्रेस नेता को पहली बार मिला पार्टी को जीत दिलाने का श्रेय

Himachal Pradesh Election 2022: हिमाचल प्रदेश के सियासी रण में कांग्रेस को शानदार जीत दिलाने में प्रियंका गांधी के फैक्टर को काफी अहम माना जा रहा है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2022-12-09 12:36 GMT

Priyanka Gandhi। (Social Media)

Himachal Pradesh Election 2022: हिमाचल प्रदेश के सियासी रण में कांग्रेस को शानदार जीत दिलाने में प्रियंका गांधी के फैक्टर को काफी अहम माना जा रहा है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी की अनुपस्थिति में प्रियंका गांधी ने हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के प्रचार की कमान संभाल रखी थी। हिमाचल प्रदेश में कई रैलियां करने के साथ ही प्रियंका ने कई छोटे-बड़े कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और कार्यकर्ताओं के साथ डोर टू डोर कैंपेन करने में भी पीछे नहीं रहीं।

भाजपा की ओर से तंज कसे जाने के बावजूद प्रियंका शांत हो संयत बनी रहीं और लगातार अपने कार्यकर्ताओं का हौसला बनाए रखा। हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 40 सीटों पर मिली बड़ी कामयाबी के पीछे प्रियंका गांधी की भूमिका को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह पहला मौका है जब प्रियंका गांधी को किसी राज्य में पार्टी को जीत दिलाने का श्रेय दिया जा रहा है।

कांग्रेस की बल्ले-बल्ले, भाजपा को झटका

हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में इस बार भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला माना जा रहा था। ऐसे में गुरुवार को आए नतीजे ने हर किसी को चौंका दिया है। हिमाचल प्रदेश जैसे छोटे राज्य में दोनों पार्टियों के बीच 15 सीटों का फासला है जिसे कम नहीं माना जा सकता। कांग्रेस इस बार विधानसभा की 40 सीटें जीतने में कामयाब रही है जबकि भाजपा 25 सीटों पर ही सिमट गई है। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 19 सीटों पर जीत हासिल की थी। इस तरह इस बार के चुनाव में कांग्रेस को 21 सीटों का बड़ा फायदा हुआ है।

दूसरी ओर भाजपा ने पिछले विधानसभा चुनाव में 44 सीटें जीती थी मगर इस बार के चुनाव में पार्टी की जीत का आंकड़ा 25 सीटों पर ही सिमट गया है। ऐसे में यदि भाजपा और कांग्रेस दोनों सियासी दलों के प्रदर्शन को देखा जाए तो जहां एक ओर कांग्रेस को 19 सीटों का फायदा हुआ है तो दूसरी ओर भाजपा को 19 सीटों का नुकसान सहना पड़ा है। हिमाचल प्रदेश की तीन विधानसभा सीटों पर भाजपा के बागी प्रत्याशी जीतने में कामयाब हुए हैं।

राहुल नहीं पहुंचे, प्रियंका ने संभाली कमान

हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के पास इस बार पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का बड़ा चेहरा नहीं था। उनके निधन के बाद कांग्रेस के पास उनके कद का कोई नेता नहीं था। ऐसे में हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की रणनीति बनाने में प्रियंका गांधी ने अहम भूमिका निभाई। विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने अपना पूरा ध्यान हिमाचल प्रदेश पर केंद्रित रखा। भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त रहने के कारण राहुल गांधी तो हिमाचल प्रदेश में प्रचार के लिए नहीं पहुंचे मगर प्रियंका ने हिमाचल के प्रचार में लगातार सक्रियता बनाए रखी। पार्टी प्रत्याशियों की स्थिति मजबूत बनाने में प्रियंका की भी बड़ी भूमिका मानी जा रही है।

रैलियों के साथ डोर-टू-डोर कैंपेन में भी हिस्सा

प्रियंका गांधी ने राज्य में कई बड़ी रैलियां करने के साथ ही छोटे-मोटे कार्यक्रमों में भाग लेने से भी परहेज नहीं किया। यही नहीं पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ उन्होंने डोर-टू-डोर कैंपेन में भी हिस्सा लिया। प्रियंका गांधी की सक्रियता से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्साह कई गुना बढ़ गया। प्रियंका के जमीनी अभियान ने राज्य का सियासी माहौल बदलने में बड़ी भूमिका निभाई और गुरुवार को आए नतीजे में प्रियंका की इस मेहनत के दम पर कांग्रेस शानदार प्रदर्शन करने में कामयाब हुई।

ओपीएस और अग्निवीर का मुद्दा उठाया

चुनावी रैलियों के दौरान प्रियंका ने अपनी शालीनता से भी राज्य के लोगों को काफी प्रभावित किया। शिमला के मशोबरा में प्रियंका ने अपना आशियाना भी बना रखा है और उन्हें हिमाचल से वैसे भी आत्मिक लगाव रहा है। इसके साथ ही प्रियंका गांधी ने अपनी रैलियों और जनसंपर्क के दौरान ओल्ड पेंशन स्कीम और अग्निवीर भर्ती योजना के मुद्दों को भी जोरदार ढंग से उठाया। कांग्रेस की ओर से विभिन्न आंदोलनकारी वर्गों की दुखती रग पर हाथ रखते हुए 10 गारंटियों का ऐलान किया गया था और प्रियंका ने अपनी रैलियों में इसे जोरदार ढंग से उठाते हुए भाजपा पर तीखा हमला बोला। सियासी जानकारों का मानना है कि पिछले एक महीने के दौरान हिमाचल में प्रियंका गांधी की ओर से की गई इस मेहनत का चुनाव पर काफी असर पड़ा है।

हिमाचल में मिली जीत के बाद राज्य की जनता के साथ ही पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं का आभार जताने में प्रियंका गांधी सबसे आगे रहीं। उन्होंने कहा कि हिमाचल की जनता के मुद्दों और उन्नति के संकल्प की जीत है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने चुनाव के दौरान जमकर मेहनत की और उनकी मेहनत ने रंग दिखाया है।

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