Sangchul Mahadev Mandir: प्रेमी जोड़े को इस मंदिर में मिलती है शरण, पुलिस तक का आना है प्रतिबंधित

Sangchul Mahadev Mandir: हिमाचल प्रदेश में शंगचूल महादेव मंदिर की महिमा के बारे में जानें।

Report :  Preeti Mishra
Published By :  Ragini Sinha
Update:2022-04-25 13:12 IST

शंगचूल महादेव मंदिर (social media)

Sangchul Mahadev Mandir: प्यार में पूरी तरह से डूबे हुए प्रेमी कई बार समाज और बिरादरी के रीति-रिवाजों को तोड़कर आपस में शादी कर लेते हैं। लेकिन कई बार परिवार और समाज उनकी इस बगावत को स्वीकार नहीं कर पाता। ऐसे में ये प्रेमी जोड़े घर परिवार और समाज की उपेक्षा को झेलने के लिए मज़बूर हो जाते है। कहा जाता है कि जिनका कोई नहीं होता है उनका साथ भगवान देते हैं। इस सन्दर्भ में भी ये बात सटीक बैठती हैं। 

जी हां हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में स्थित शंगचूल महादेव के मंदिर की महिमा कुछ ऐसी ही है।  बता दें कि शंगचूल महादेव के मंदिर की सीमा में कोई भी समाज से ठुकराया हुआ प्रेमी जोड़ा जब एक बार पहुंच जाता है तो फिर वहां उसका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता है। इतना ही नहीं इस गांव के लोग देवता के आदेश समझ कर ऐसे प्रेमी जोड़ों की रक्षा करने के साथ उनकी हर जरूरतों का ख्याल भी रखते हैं। 

मंदिर में सिर्फ देवता का ही कानून चलता है

कुल्लू में स्थित शंगचूल महादेव का मंदिर प्रेमी जोड़ों के लिए रक्षाकवच का काम करता है।  बता दें कि इस इलाके में पुलिस तक के आने पर पूरी तरह से पाबंदी रहती है। क्योंकि  इस जगह में सिर्फ देवता का ही कानून चलता है। मान्यताओं के अनुसार सदियों से महादेव उनकी शरण में आने वाले प्रेमियों की रक्षा करते आए हैं। जिसका  यहाँ के गांव वाले महादेव का आदेश समझ कर पालन भी करते हैं। 

इस मनोरम जगह का इतिहास भी अत्यंत ही रोचक है

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार महाभारत काल में पांड़व अपने अज्ञातवास के दौरान इस जगह पर रूके थे। इसी दौरान जब कौरव उनका पीछा करते हुए यहां तक पहुंच गए। तो पांडवों ने शंगचूल महादेव की शरण ली और अपनी रक्षा के लिए उनसे प्रार्थना भी की। महादेव ने कौरवों से कहा कि यह मेरा क्षेत्र है और जो भी मेरी शरण में आएगा उसका कोई कुछ बिगाड़ सकता। इतना ही नहीं महादेव के खौफ से कौरव वापस लौट गए। 

इसके बाद से ही यहां आने वाले असुरक्षित लोगों को आश्रय और सुरक्षा देने का रिवाज़ भी शुरू हो गया। इतना ही नहीं  जब तक उन लोगों के  मामले का निपटारा नहीं हो जाता है तक तक स्वयं ब्राह्मण समुदाय के लोग यहां आने वाले जोड़ों की  भरपूर आव भगत  और सुरक्षा भी प्रदान करते हैं। उनके रहने , खाने -पीने तक की पूरी जिम्मेवारी यहां के गांव वाले लोग ही उठाते है।

पुलिस के आने पर प्रतिबंध

 स्थानीय लोगों के अनुसार इस पवत्र जगह पर कोई व्यक्ति ना हथियार लेकर प्रवेश नहीं कर सकता है और  ना ही  पुलिस। इतना ही नहीं पुलिस को भी इस  गांव में प्रवेश के लिए अनुमति मांगनी पड़ती है। इसके अलावा इस जगह में किसी भी तरह का झगड़ा या ऊंची आवाज में बात नहीं करना पूरी तरह से वर्जित माना जाता है। यहां सिर्फ देवता का ही फैसला मान्य होता है।

बता देब कि महादेव के इस गांव में पुलिस के आने पर प्रतिबंध के साथ ही गांव में शराब, सिगरेट और चमड़े का सामान भी लेकर जाने पर भी पूर्ण रूप से रोक है। अपनी ख़ासियत के कारण हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में स्थित शंगचूल महादेव का मंदिर निराश हताश और सामाजिक व् पारिवारिक दंश झेल रहे प्रेमियों के लिए दूसरे घर के समान है। 

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