बर्ड फ्लू का खतरा टला नहीं, फिर सैकड़ों पक्षियों की मौत, बिगड़े हालात
एक तरफ कोरोना वायरस ने देशभर के लोगों को डरा रखा हैं वही अब एक बार फिर से हिमाचल में बर्ड फ्लू का कहर देखने को मिल रहा है ।
शिमला: एक तरफ कोरोना वायरस ने देशभर के लोगों को डरा रखा हैं वही अब एक बार फिर से हिमाचल प्रदेश में बर्ड फ्लू का कहर देखने को मिल रहा है । पिछले दो हफ्तों में पौंग डैम लेक में लगभग 100 प्रवासी पक्षी मृत पाए गए ।
वन्यजीव अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि पौंग डैम लेक वन्यजीव अभ्यारण्य में जनवरी में बर्ड फ्लू से करीब पांच हज़ार पक्षी एक महीने मंी मारे गए थे । फ़रवरी में इस्पा काबू पाया गया । मार्च के अंत से एक बार फिर इसका कहर देखने को मिला है । वन्यजीव अधिकारियों ने बताया कि 25 मार्च को यहां दर्जनों पक्षियों के कंकाल मिले थे ।
99 पक्षी मृत पाए गए
वही मुख्य वन्यजीव वार्डन अर्चना शर्मा का कहना है कि भोपाल के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान (NIHSAD) ने मृत पक्षियों के सैम्पल में H5N8 एवियन इन्फ्लुएंजा मिलने की पुष्टि की है । उन्होंने आगे बताया कि मंगलवार को पौंग डैम लेक में करीब 99 पक्षी मृत मिले हैं ।
इस मामले के बाद से अभयारण्य को एक बार फिर से विजिटर्स के लिए बंद कर दिया गया है । बर्ड फ्लू से निपटने के लिए मृत पक्षियों की निगरानी साथ ही नमूनों की जांच किए जा रहे हैं ।
सोमवार को कुल्लू जिले के कुल्लू उपमंडल में भी दो मृत कौवे पाए गए जिनमे बर्ड फ्लू की पुष्टि होने से हडकंप मच गया । जिसके बाद कुल्लू की उपायुक्त डॉ. ऋचा वर्मा ने ने टास्क फोर्स के अधिकारियों के साथ मिलकर बैठक की थी, जिसमें वन विभाग को जंगली पक्षियों की व्यापक स्तर पर निगरानी रखने, मृत पक्षियों का उचित तरीके से निपटारा करने और जिस स्थान पर मृत पक्षी पाए गए हैं उसे डिसइन्फेक्ट करने के आदेश दिए थे ।