रेलवे ट्रैक पर 2 साल के मासूम को देख ड्राइवर के उड़ गये होश, लगा दी ब्रेक, आगे हुआ ये
दरअसल, मामला बुधवार को फरीदाबाद का है। बुधवार को बल्लभगढ़-पलवल रेलवे ट्रैक पर एक मालगाड़ी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से आगरा की ओर जा रही थी।
नई दिल्ली: दिल्ली से सटे फरीदाबाद में एक ऐसी घटना सामने आई है। जो आपके होश उड़ाकर रख देगी। मामला 2 साल के एक मासूम बच्चे से जुड़ा हुआ है। जो कि ट्रेन की इंजन के अगले हिस्से में फंस गया था।
उसे काफी सूझबूझ और कड़ी मशक्कत के बाद इंजन से सकुशल बाहर निकाल लिया गया। इस दौरान जो कुछ भी हुआ उसे देखकर लोगों की कुछ देर तक के लिए मानों जैसे सांसे ही थम गई थी।
सभी लोग बस भगवान से हाथ जोड़कर बच्चे की सलामती के लिए दुआ मांग रहे थे। बच्चे के इंजन से निकलते ही लोग खुशी के मारे चीखने-चिल्लाने लगे। लोगों ने उसे गोद में लेकर अपने कलेजे से लगा लिया। सोशल मीडिया पर भी इस घटना का वीडियो खूब खूब वायरल हो रहा है।
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क्या है ये पूरा मामला
दरअसल, मामला बुधवार को फरीदाबाद का है। बुधवार को बल्लभगढ़-पलवल रेलवे ट्रैक पर एक मालगाड़ी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से आगरा की ओर जा रही थी।
इस बीच 12 वर्षीय बड़े भाई ने मजाक-मजाक में अपने 2 वर्षीय छोटे भाई को रेलवे ट्रैक पर खड़ा कर दिया, जहां पर मालगाड़ी आ रही थी।
वहीं,मालगाड़ी के लोको पायलट दीवान सिंह ने सामने का दृष्य देखा तो हालात को भांपते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगाए। जैसे ही लोको पायलट (ट्रेन ड्राइवर) ने दूर से उस बच्चे को देखा तो उसकी जान बचाने के लिए इमरजेंसी ब्रेक लगा दी।
इसके बाद हुआ ये कि इमरजेंसी ब्रेक लगने के बाद 2 साल का बच्चा इंजन के अगले हिस्से में फंस गया। वहीं, हालात को देखते हुए मालगाड़ी खड़ी रही। ट्रेन ड्राइवर को पूरी बात समझ में आई तो मदद के लिए आगे आया। इसके बाद बच्चे के इंजन से निकालने के लिए जदोजहद शुरू हुई।
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लोको पायलट ने बच्चे को बचाने के लिए लगा दी जान की बाजी
लोको पायलट कभी इस ओर से तो कभी उस ओर से बच्चे को निकालने की कोशिश करने लगा लेकिन इंजन में फंस चुका था। इससे बच्चे की जान जाने का ख़तरा बना हुआ था। इतने में वहां पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। लोग ये दृश्य देखकर हैरान थे।
उनमें से कुछ लोगों ने हिम्मत करते हुए मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया। इस तरह काफी मशक्कत के बाद बच्चे को इंजन से बाहर निकाला गया।
उसे कोई चोट नहीं आई है। वहीं, मालगाड़ी से नीचे उतरकर लोको पायलट दीवान सिंह ने उसके बड़े भाई को पकड़ लिया और फिर उसके परिवार वालों के हवाले किया। वहीं, भविष्य में ऐसा नहीं करने की हिदायत भी दी, साथ परिवार को भी आगाह किया।
लोको पायलट दीवान सिंह ने बच्चे को बचाने के बाद आगरा डिविजन को इसकी लिखित शिकायत की है। कहा जा रहा है कि मालगाड़ी के स्थान पर अगर पैसेंजर ट्रेन होती तो बच्चे की जान किसी भी हाल में नहीं बचती।
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