राष्ट्रपति बनने के बाद भारत आएंगे गोटाबाया राजपक्षे, पुराने संबंधों को मिलेगा बल

29 नवंबर को श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे भारत दौरे पर आएंगे. राष्ट्रपति बनने के बाद यह उनका पहला दौरा होगा। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने मंगलवार को गोटाबाया  को जीत की बधाई दी और भारत आने का आमंत्रण दिया।राष्ट्रपति गोटाबाया ने पीएम मोदी के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया।

Update: 2019-11-20 04:07 GMT

जयपुर : 29 नवंबर को श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे भारत दौरे पर आएंगे. राष्ट्रपति बनने के बाद यह उनका पहला दौरा होगा। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने मंगलवार को गोटाबाया को जीत की बधाई दी और भारत आने का आमंत्रण दिया।राष्ट्रपति गोटाबाया ने पीएम मोदी के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया।

 

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वैसे कहा जा रहा है कि श्रीलंका में गोटाबाटा की जीत से चीन के लिए फायदेमंद हो सकती है। क्योंकि इससे पहले मंहिद्रा राजपक्षे के समय चीन को श्रीलंका में निवेश करने का मौका मिला थ। लेकिन गोटाबाया का राष्ट्रपति बनते ही पहले दौरे पर भारत आना किसी और ही और ओर इशारा करता है। माना जा रहा है कि उनकी यात्रा से भारत और श्रीलंका के बीच संबंध मजबूत होंगे और दोनों देशों में व्यापार भी बढ़ेगा।

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भारत से पुराना रिश्ता

श्रीलंका के पोडुजना पेरामुना (एसएलपीपी) पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज करने वाले गोटोबाया का भारत से बेहद पुराना नाता रहा है। क्योंकि 1983 में उन्होंने मद्रास (चेन्नई) यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करते हुए स्नातकोत्तर (एमए) की डिग्री ली थी. इतना ही नहीं उन्होंने 1980 के दशक में असम में चलाए गए उग्रवाद निरोधी अभ्यास में भी हिस्सा लिया था. गोटाबाया साल 2012 और 2013 में बतौर श्रीलंका के रक्षा मंत्री भारत दौरे पर आए थे.

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