अभी-अभी आई बुरी खबर! नहीं रहे ये महान एक्टिविस्ट, शोक में डूबा भोपाल

गैस पीड़ितों के हक की लड़ाई लड़ने में अपनी जिंदगी लगा देने वाले भोपाल गैस त्रासदी के एक्टिविस्ट अब्दुल जब्बार का 14 नवंबर गुरुवार रात करीब 10.15 बजे इंतकाल हो गया।

Update: 2019-11-15 05:10 GMT

भोपाल: गैस पीड़ितों के हक की लड़ाई लड़ने में अपनी जिंदगी लगा देने वाले भोपाल गैस त्रासदी के एक्टिविस्ट अब्दुल जब्बार का 14 नवंबर गुरुवार रात करीब 10.15 बजे इंतकाल हो गया। उन्होंने गैस त्रासदी के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए एक लंबी लड़ाई लड़ी थी। इस त्रासदी में अब्दुल जब्बार ने अपने माता-पिता को खो दिया था। साथ ही उनके फेफड़ों और आंखों पर भी खास असर हुआ था। उन्हें एक आंख से बेहद कम दिखाई देता था।

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अब्दुल जब्बार कई दिनों से बीमार चल रहे थे। निधन से एक दिन पहले ही मध्य प्रदेश सरकार ने उनके इलाज का खर्च उठाने का ऐलान किया था। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी ट्वीट कर उनके इलाज का खर्च उठाने की बता कही थी।

भोपाल गैस त्रासदी के बाद हज़ारों पीड़ितों के हितो के लिये सतत संघर्ष करने वाले अब्दुल जब्बार भाई का हाल ही में बीमार होने पर चल रहे इलाज का सारा ख़र्च सरकार ने वहन किया,और आगे भी सरकार उनके इलाज का पूरा ख़र्च वहन करेगी,उनके साथी चिंतित ना हो।

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वे शीघ्र स्वस्थ हो,ऐसी ईश्वर से कामना

— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) November 14, 2019

भोपाल गैस त्रासदी सबसे बड़ा और दर्दनाक ओद्योगिक त्रासदी में से एक है। त्रासदी के पीड़ितों के लिए ये एक ऐसा जख्म है जो आज भी लोगों के मन में ताजा है। 2 दिसंबर 1984 की रात को भोपाल में यूनियन कार्बाइड की फैक्टरी से निकली 30 टन से अत्यधिक जहरीले गैस मिथाइल आइसोसाइनेट ने हजारों लोगों की जान ले ली थीं।

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