अडवांस्ड माइनस्वीपर्स परियोजना रद्द, 'मेक इन इंडिया' को झटका
रक्षा क्षेत्र में 'मेक इन इंडिया' योजना को उस उस वक्त गहरा झटका लगा जब केंद्र सरकार ने दक्षिण कोरिया की मदद से 12 अडवांस्ड माइनस्वीपर्स को बनाने के 32,000 करोड़ रुपये की परियोजना को रद्द कर दिया। गोवा शिपयार्ड में मेक इन इंडिया के तहत 12 माइनस्वीपर्स (विस्फोटक
नईदिल्ली: रक्षा क्षेत्र में 'मेक इन इंडिया' योजना को उस उस वक्त गहरा झटका लगा जब केंद्र सरकार ने दक्षिण कोरिया की मदद से 12 अडवांस्ड माइनस्वीपर्स को बनाने के 32,000 करोड़ रुपये की परियोजना को रद्द कर दिया।
गोवा शिपयार्ड में मेक इन इंडिया के तहत 12 माइनस्वीपर्स (विस्फोटक को निष्क्रिय करने की तकनीक से लैस जहाज) का निर्माण किया जाना था। इन जहाजों के जरिए पानी के भीतर दुश्मन की ओर से बिछाई गई माइन्स भारतीय नौसेना को इन माइनस्वीपर्स की खासी जरूरत है क्योंकि फिलहाल नेवी को 30 साल पुराने 4 माइनस्वीपर्स से ही काम चलाना पड़ रहा है। यह इसलिए भी चिंताजनक है क्योंकि चीन की परमाणु पनडुब्बियां गुपचुप तरीके से माइन्स बिछाने में सक्षम हैं और हिंद महासागर में इस चुनौती से निपटना बेहद जरूरी है।
सरकार के सूत्रों का कहना है कि गोवा शिपयार्ड को आदेश दिया गया है कि पहले से ही देरी से चल रहे इस प्रॉजेक्ट की प्रक्रिया को दोबारा शुरू करे। गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर ने रक्षा मंत्री रहते हुए इस प्रॉजेक्ट को बढ़ाया था।
गोवा शिपयार्ड को एक नया ग्लोबल एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट जारी करने को कहा गया है। इसके बाद नया रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल तैयार किया जाएगा। साउथ कोरिया के कंगनाम शिपयार्ड के साथ प्रॉजेक्ट को लेकर लंबे समय से बातचीत अटकी हुई थी। इसके अलावा तकनीक के ट्रांसफर और कीमत को लेकर भी समस्या थी।'