एयर इंडिया घोटाला: अब ईडी ने पूछताछ के लिए इस बड़े नेता को भेजा समन

एयर इंडिया में हुए करोड़ों रुपये के घोटाले में यूपीए सरकार में पूर्व विमानन मंत्री रहे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता प्रफुल्ल पटेल पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ के लिए समन भेजा है।

Update: 2019-06-01 15:57 GMT
प्रफुल्ल पटेल की फ़ाइल फोटो

नई दिल्ली: एयर इंडिया में हुए करोड़ों रुपये के घोटाले में यूपीए सरकार में पूर्व विमानन मंत्री रहे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता प्रफुल्ल पटेल पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ के लिए समन भेजा है। एयर इंडिया में हुए कथित करोड़ों रुपये के घोटाले में किसी राजनेता के खिलाफ यह पहली बड़ी कार्रवाई है।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, मामले में गिरफ्तार किए गए लॉबिस्ट दीपक तलवार के खुलासों और एजेंसी द्वारा जुटाए गए सुबूतों के आधार पर पटेल से पूछताछ की जानी है।

ये भी पढ़ें...भटक गई दादी, मिलाया ‘आधार’ ने, जानिए पूरी कहानी

छह जून को होगी पूछताछ

ईडी के अधिकारियों के मुताबिक पटेल से छह जून को पूछताछ होगी। पटेल फिलहाल राज्यसभा से सांसद हैं और मनमोहन सिंह सरकार में मंत्री में थे। पटेल ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा कि वो जांच एजेंसी को पूछताछ के दौरान पूरा सहयोग देंगे।

62 साल के पटेल महाराष्ट्र के बांद्रा-गोंदिया सीट से चार बार सासंद रह चुके हैं और 2004 में नागर विमानन मंत्री थे। 2011 में उनको भारी उद्योग मंत्रालय दिया गया था। ईडी ने इस घोटाले के संबंध में दीपक तलवार के खिलाफ चार्जशीट दायर की है।

पहली बार किसी राजनेता के खिलाफ कार्रवाई

एयर इंडिया में कथित करोड़ों रुपये के घोटाले में किसी नेता के खिलाफ यह पहली बड़ी कार्रवाई है। जांच एजेंसी ने हाल ही में मामले में चार्जशीट दायर की थी, जिसमें कहा गया था कि तलवार लगातार पटेल के संपर्क में थे।

ईडी ने कोर्ट को बताया था कि पटेल और तलवार के बीच हुई बातचीत के पुख्ता सुबूत हैं, जिनमें ई-मेल भी शामिल हैं। चार्जशीट में तलवार पर अपने संपर्कों का इस्तेमाल कर निजी एयरलाइन को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया गया है।

गौरतलब है कि एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार हैं। यह मामला मनी लॉन्ड्रिंग से भी जुड़ा हुआ है। ईडी ने इससे पहले अदालत को बताया था कि वह एयर इंडिया के लाभ देने वाले मार्गों और समय को कतर एयरवेज, अमीरात एंड एयर अरेबिया समेत विदेशी एयरलाइनों को देने का पक्ष लेने वाले नागर विमानन मंत्रालय, नेशनल एविएशन कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएसीआईएल) और एयर इंडिया के अधिकारियों के नामों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।

ईडी के अधिवक्ता ए आर आदित्य ने अदालत को बताया था कि इसकी वजह से राष्ट्रीय एयरलाइंस को मार्केट शेयरों को भारी नुकसान हुआ तथा निजी घरेलू और विदेशी एयरलाइंस को जबरदस्त फायदा भी हुआ।

ये भी पढ़ें...करोड़ों के बैंक घोटाले में आरबी लाल की याचिका खारिज

Tags:    

Similar News