नहीं जानते होंगे: सिगरेट के लिए भगत सिंह ने रखी थी ऐसी मांग
एक बार भगत सिंह ने अन्य साथियों के साथ दिल्ली असेंबली में बम फेंकने के बाद जेल में अपनी उम्र कैद की सजा काट रहे थे। तब दोस्तों के साथ जीवन बिताना इतना आसान भी नहीं था। पहले तो उनको दिल्ली जेल में रखा गया।
नई दिल्ली: भारत के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी क्रांतिकारियों में शुमार भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 को हुआ था। भगत सिंह के बारे में एक बात आज भी काफी फ़ेमस है। वह आज भी यारों के यार और सभी के दिलदार माने जाते हैं। सिंह ने देश की आजादी में अहम भूमिका निभाई। इसलिए आज भी उनकी छवि देश के लिए कुछ भी कर गुजरने वाले व्यक्ति के रूप में बनी हुई है।
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पाकिस्तान के पंजाब के बांगा गांव में जन्मे भगत हमेशा से ही अंग्रेजों के खिलाफ थे। वह आजाद भारत का स्वप्न देख रहे थे। ऐसे में उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी देश के नाम न्योछावर कर दी। यही वजह थी कि अंग्रेजों के खिलाफ आवाज उठाने के कारण उनको कई बार जेल जाना पड़ा।
दिल्ली असेंबली में फेंका था बम
एक बार भगत सिंह ने अन्य साथियों के साथ दिल्ली असेंबली में बम फेंकने के बाद जेल में अपनी उम्र कैद की सजा काट रहे थे। तब दोस्तों के साथ जीवन बिताना इतना आसान भी नहीं था। पहले तो उनको दिल्ली जेल में रखा गया।
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इसके बाद उनको लाहौर शिफ्ट कर दिया गया। इस दौरान जेलर ने उनकी बात नहीं मानी तो वो भूख हड़ताल पर बैठ गए। इस वक़्त भगत सिंह द्वारा कई खत और लेख लिखे गए जोकि कई अखबारों में छपे भी। ऐसा ही एक खत सिंह ने 24 फरवरी 1930 को लिखा था। यह खत उनके दोस्त जयदेव के लिए था।
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इस खत के जरिये भगत सिंह ने कुछ मंगाया था। इसमें बेहद जरूरी चीजों के नाम लिखे थे, जिसकी जरूरत उनको जेल के अंदर पड़ने वाली थी। इस खत में उन्होंने सिगरेट की मांग भी की थी और उसे बेहद जरूरी चीजों में शामिल किया था। आज हम आपको भगत सिंह के उसी खत से रूबरू करवाने वाले हैं।
पढ़िये खत
विषय: ''बेहद जरूरी''नंबर 103/फांसी कोठरी
केंद्रीय जेल, लाहौर
मेरे प्रिय जयदेव,
मुझे उम्मीद है कि तुमने 16 दिन के बाद हमारी भूख हड़ताल छोड़ने की बात सुन ली होगी और तुम अंदाजा लगा सकते हो कि इस समय तुम्हारी मदद की कितनी जरूरत है। हमें कल कुछ संतरे मिले लेकिन कोई मुलाकात नहीं हुई।
हमारा मुकदमा 2 सप्ताह के लिए स्थगित कर दिया है। इसलिए एक टीन घी और एक क्रेवन-ए सिगरेट का टिन भिजवाने की तुरंत कृपा करो।
कुछ रसगुल्ला के साथ कुछ संतरों का भी स्वागत है। सिगरेट के बिना दल की हालत खराब है, अब हमारी जरूरतों की अनिवार्यता समझ सकते हो।
अग्रिम आभार सहित
सच्ची भावना सहित तुम्हारा
भगत सिंह