Ayushi Murder: पिता ने आयुषी को मारी थी 2 गोलियां, एक सिर में फंसी दूसरी सीने के पार..मां भी गई थी लाश ठिकाने लगाने

Ayushi Murder Case: आयुषी हत्याकांड में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। पिता द्वारा मारी गई दो गोलियों में से एक आयुषी के सीने में लगी थी, जबकि दूसरी सिर में फंस गई थी।

Written By :  aman
Update:2022-11-22 13:12 IST

आयुषी यादव और उसके माता-पिता (Social Media)

Ayushi Murder Case: आयुषी यादव मर्डर केस में परत दर परत राज सामने आने लगे हैं। पुलिस के अनुसार, आयुषी के पिता ने ही गोली मारकर बेटी की जान ले ली थी। इस जघन्य हत्याकांड में मां भी साथ थी।पिता नितेश यादव ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से इकलौती बेटी आयुषी को दो गोलियां मारी थीं। दरअसल, आयुषी ने परिवार की मर्जी के बगैर दूसरी जाति के लड़के से शादी कर ली थी। शादी के बाद वो ससुराल में न रहकर मायके में ही रह रही थी। इस वजह से आए दिन घर में कलह होता था। 

बेटी आयुषी की हत्या में पिता नितेश का साथ उसकी पत्नी ब्रजबाला ने भी दिया था। दंपती को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस ने आयुषी के शव को ठिकाने लगाने में इस्तेमाल कार, लाइसेंसी पिस्तौल, और उसका मोबाइल भी बरामद कर लिया है। वहीं, आयुषी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट (Ayushi Post Mortem Report) भी पुलिस को मिल चुकी है।

एक गोली सिर में फंसी रह गई

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि आयुषी को दो गोलियां मारी गई थी। एक गोली उसके सिर में लगी थी, जबकि दूसरी छाती में। आयुषी के सिर में लगी गोली फंसी रह गई थी, जबकि छाती में लगी गोली फेफड़ों को छेदते हुए पार हो गई। आयुषी के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टरों ने ये खुलासा किया है। तीन डॉक्टरों के पैनल ने वीडियोग्राफी के बीच पोस्टमार्टम किया।   

क्या है मामला?

आयुषी हत्याकांड की वजह मां-बाप को बिना बताए शादी करना है। दरअसल, मृतका के साथ पढ़ने वाले छात्र छत्रपाल गुर्जर से उसे प्यार हो गया था। छत्रपाल राजस्थान के भरतपुर जिले का रहने वाला है। दोनों ने आर्य समाज मंदिर में करीब एक साल पहले शादी कर ली थी। शादी के बाद भी उन्होंने ये बातें छुपाकर रखी। दोनों छुपकर मिलते थे। आयुषी के मां-बाप द्वारा बार-बार टोकने के बावजूद बात न मानने पर इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया। आयुषी यादव दिल्ली के देहली ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में बीसीए की छात्रा थी।

17 नवंबर को बाप-बेटी में हुई थी बहस 

इसी तरह, बिना बताए घर से गई आयुषी 17 नवंबर को वापस लौटी तो पिता नीतेश से झगड़ा हो गया। इस दौरान गुस्साए पिता ने आपा खो दिया। बाप-बेटी में बहस जारी ही थी कि, पिता ने अपनी पिस्तौल से दो गोलियां चला दी। आयुषी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। 

ऐसे लगाया शव को ठिकाने 

हत्या के बाद माता-पिता ने मिलकर बेटी के शव को ठिकाने लगा दिया। इस पूरी वारदात में पिता नितेश के साथ मां ब्रजबाला यादव भी थीं। दोनों ने रात के वक्त बेटी का शव अपने बदरपुर वाले घर में ही रखा। फिर, लाल रंग के ट्रॉली बैग में शव को पैक कर तड़के 3 बजे कार से ठिकाने लगाने निकल पड़े। दिल्ली से करीब 150 किलोमीटर दूर मथुरा जिले के राया इलाके में यमुना एक्सप्रेस-वे की सर्विस रोड पर उन्होंने शव फेंक दिया और वापस दिल्ली लौट गए।    

छत्रपाल को पूछताछ के लिए बुलाएगी पुलिस

आयुषी ने जिस युवक छत्रपाल से शादी की थी, पुलिस उसे भी पूछताछ के लिए बुलाएगी। कहा जा रहा है कि, पुलिस शुरुआत में ही छत्रपाल को बुलाने वाली थी। मगर, हत्याकांड के खुलासे में उलझे रहने की वजह से ऐसा हो न सका। जल्द ही युवक को बुलाकर आयुषी से जुड़ी जानकारियां हासिल करेगी।

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