ठाकरे नहीं होते तो हिंदुओं को भी नमाज पढ़नी पड़ती : शिवसेना

शिवसेना इस समय अपनी सहयोगी बीजेपी की नाक में दम किए हुए है। कोई ऐसा दिन नहीं होता जब सेना की ओर से बीजेपी पर तंज ना कसा जाए। एक बार फिर शिवसेना ने कहा है, कुछ लोग पूछते हैं छत्रपति शिवाजी और बालासाहेब ठाकरे के स्मारक का क्या इस्तेमाल है? छत्रपति शिवाजी महाराज नहीं होते तो पाकिस्तान की सीमा तुम्हारी दहलीज तक आ गई होती और बालासाहेब ठाकरे नहीं होते तो हिंदुओं को भी नमाज पढ़नी पड़ता।

Update: 2019-01-18 08:58 GMT

मुंबईः शिवसेना इस समय अपनी सहयोगी बीजेपी की नाक में दम किए हुए है। कोई ऐसा दिन नहीं होता जब सेना की ओर से बीजेपी पर तंज ना कसा जाए। एक बार फिर शिवसेना ने कहा है, कुछ लोग पूछते हैं छत्रपति शिवाजी और बालासाहेब ठाकरे के स्मारक का क्या इस्तेमाल है? छत्रपति शिवाजी महाराज नहीं होते तो पाकिस्तान की सीमा तुम्हारी दहलीज तक आ गई होती और बालासाहेब ठाकरे नहीं होते तो हिंदुओं को भी नमाज पढ़नी पड़ता।

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पार्टी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने एक बार फिर शिवाजी स्मारक का निर्माण रोक दिया है। यह बार-बार हो रहा है जिससे यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या सरकार स्मारक बनाने को लेकर गंभीर है महाराष्ट्र और केंद्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार के सहयोगी दल ने कहा कि गुजरात में नर्मदा नदी के किनारे बिना किसी पर्यावरणीय या तकनीकी मुद्दे के सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा का सफलतापूर्वक निर्माण किया गया।

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आपको बता दें, पार्टी के मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में ये सभी सवाल किए गए हैं।

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