नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधते हुए कहा कि 'इनका फासीवादी दृष्टिकोण है कि दलित हमेशा भारतीय समाज के निचले स्तर पर ही बने रहें।' उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के भीमा-कोरेगांव की घटना प्रतिरोध का सूचक है। राहुल गांधी ने ट्विटर पर कहा, "भारत के लिए आरएसएस-भाजपा के फासीवादी दृष्टिकोण का केंद्रीय स्तंभ यह है कि दलित को भारतीय समाज के निचले स्तर पर बने रहना चाहिए। उना, रोहित वेमुला और अब भीमा-कोरेगांव प्रतिरोध के प्रबल चिह्न हैं।"
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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को पुणे दंगे के मामले की बम्बई उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की अध्यक्षता में जांच की घोषणा की। इस दंगे में एक शख्स की मौत हो गई। फडणवीस ने हिसा में मारे गए शख्स के परिवार को 10 लाख रुपये देने की घोषणा की है।
फडणवीस का यह कदम राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार द्वारा सोमवार को हुए दंगे के लिए महाराष्ट्र प्रशासन को जिम्मेदार ठहराने के बाद आया है। साथ ही पवार ने शांति बनाए रखने की अपील की है।
पुणे के कोरगांव-भीमा गांव में एक जनवरी को दलितों द्वारा पेशवा बाजीराव द्वितीय और ईस्ट इंडिया कंपनी की दलित बहुल एक छोटी फौज के बीच हुए आंग्ल-मराठा युद्ध की 200वीं वर्षगांठ पर समारोह का आयोजन किया गया था।
सनसवाडी गांव में अंग्रेजों द्वारा निर्मित विजय स्तंभ के चारों ओर कई हजार दलित एकत्र हुए थे, जहां कथित तौर पर 'भगवा झंडाधारी कुछ दक्षिणपंथी समूहों' के लोगों ने अचानक पत्थरबाजी शुरू कर दी।
दोनों पक्षों के बीच टकराव के दौरान बस, पुलिस वैन और निजी वाहन समेत 30 वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया।
पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसूगैस के गोले दागे और पूरे पुणे जिले में निषेधाज्ञा लगा दी गई।
हिंसा की घटना में नांदेड़ निवासी राहुल फतंगले (28) की मौत हो गई।