Prashant Kishor News: फंस गया बिहार की राजनीति का सुपर स्टार, प्रत्याशियों की शिक्षा व अपराध पर घिरे
Bihar Politics : प्रशांत किशोर सवालों के घेरे में हैं। खासकर अपनी पार्टी जन जन सुराज के उम्मीदवारों के चयन को लेकर उन पर सवाल उठ रहे हैं।
Prashant Kishor News: जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर अपने प्रत्याशियों को लेकर विवादों में घिर गए हैं कहा तो यहां तक जा रहा है कि अपराधियों के राजनीतिकरण में वह लालू प्रसाद यादव के नक्शे कदम पर चल रहे हैं। हालांकि वह बिहार में राजनीति के अपराधीकरण और शिक्षा पर बोलते हुए अन्य राजनीतिक दलों पर निशाना साधते रहे हैं। इससे लगता है कि बिहार की राजनीति का सुपर स्टार खुद अपने जाल में फंस गया है।
उम्मीदवारों के चयन को लेकर उठ रहे सवाल
प्रशांत किशोर सवालों के घेरे में हैं। खासकर अपनी पार्टी जन जन सुराज के उम्मीदवारों के चयन को लेकर उन पर सवाल उठ रहे हैं। बिहार में चार सीटों पर हो रहे उपचुनाव में उनकी पार्टी के तीन प्रत्याशियों पर दर्ज आपराधिक मामलों और उनके शिक्षा के स्तर को लेकर सवाल उठ रहे हैं। प्रशांत किशोर द्वारा खड़े किये गए उम्मीद्वारों के खिलाफ हत्या का प्रयास, रंगदारी, अपहरण और धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप के आपराधिक मामले दर्ज हैं।
इससे प्रशांत किशोर की छवि पर असर पड़ सकता है, खासकर जब उन्होंने बेलागंज, इमामगंज, रामगढ़ और तरारी से खड़े किये गए उम्मीद्वारों में तीन आपराधिक छवि के उम्मीद्वारों को उतारा है। आपको बता दें कि इन चार में केवल एक नाम ऐसा है जिसका आपराधिक रिकार्ड नहीं है और यह नाम है तरारी से नामांकन करने वाली किरण सिंह का। किरण सिंह का कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं है हालांकि उनकी शिक्षा की बात करें तो वह केवल दसवीं पास हैं। प्रशांत किशोर ने पहले इस सीट से रिटायर्ड जनरल एसके सिंह को उतारा था लेकिन उनका नाम मतदाता सूची में नहीं था इसलिए वह उपचुनाव लड़ने योग्य नहीं रह गए थे।
अब बात करें बेलागंज सीट की यहां से मोहम्मद अमजद को जन सुराज ने प्रत्याशी बनाया है इनका पेशा कृषि व्यापार है जबकि 10वीं पास मोहम्मद अमजद के ऊपर हत्या का प्रयास रंगदारी और हमला करने के मामले दर्ज हैं।
इसी तरह से इमामगंज सीट से प्रत्याशी 47 साल के 12 वीं पास जितेंद्र पासवान पेशे से चिकित्सक बताए जाते हैं वह कैसे चिकित्सक हैं यह जानें दें तो उनके ऊपर अपहरण, धोखाधड़ी, मारपीट, चोरी के कई मामले दर्ज हैं। और रामगढ़ सीट से 55 साल के सुशील कुमार कुशवाहा 12 वीं पास किसान हैं और इनके ऊपर हत्या का प्रयास, चेक बाउंस और हमला करने के मामले दर्ज है।
प्रशांत किशोर
ऐसा नहीं है कि प्रशांत किशोर इन सब से अनजान हैं। अपनी सफाई देते हुए वह कहते हैं कि उनके सभी प्रत्याशी सामान्य परिवारों से आते हैं। आपराधिक केस दर्ज होने के बावजूद उनका कहना है कि उनके प्रत्यासी न तो अपराधी हैं, न ही माफिया से जुड़े हुए हैं। इसके साथ ही शिक्षा के मुद्दे पर वह अपनी परिभाषा गढ़ते हुए कहते हैं कि सही उम्मीदवार का चयन मानदंड डिग्री नहीं, बल्कि समाज में उसकी छवि होनी चाहिए। जबकि खुद प्रशांत किशोर अपनी पद यात्रा के दौरान बिहार की राजनीति में बढ़ते अपराधीकरण पर सवाल उठा चुके हैं। इसके अलावा तेजस्वी यादव के केवल 9वीं पास होने पर भी तंज कस चुके हैं। ऐसे में, उनके उम्मीदवारों के आपराधिक इतिहास और शिक्षा को लेकर उनकी सफाई कितनी कारगर होगी ये वक्त बताएगा।