कर्ज में डूबी Jet Airways को खरीदना चाहता है ये युवा बिजनेसमैन, जानें इनके बारे में
विमानन कंपनी जेट एयरवेज को बैंकों ने अंतरिम 400 करोड़ रुपये का इमरजेंसी फंड देने से इनकार कर दिया था जिसके बाद कंपनी की सभी उम्मीदें टूट गई हैं और जेट एयरवेज अपनी सभी उड़ानें अस्थाई रूप से स्थगित कर दी।
नई दिल्ली: कर्ज में डूबी निजी जेट एयरवेज की उड़ान सेवाएं अस्थायी तौर पर बंद हो गई हैं। विमानन कंपनी जेट एयरवेज को बैंकों ने अंतरिम 400 करोड़ रुपये का इमरजेंसी फंड देने से इनकार कर दिया था जिसके बाद कंपनी की सभी उम्मीदें टूट गई हैं और जेट एयरवेज अपनी सभी उड़ानें अस्थाई रूप से स्थगित कर दी। उसके बाद से ही जेट एयरवेज को लेकर कई तरह की खबरें आ रही हैं, लेकिन उसके थोड़ी राहत की खबर है।
जेट एयरवेज एसबीआई की अगुवाई में बैंकों के कंट्रोल में आ चुकी है। जेट एयरवेज को अब नीलामी प्रक्रिया से गुजरना होगा। इससे पहले जीवनदान देने के लिए जेट एयरवेज को एक ब्रिटिश युवा बिजनेस मैन ने ऑफर दिया है। उसने डूबती हुई जेट एयरवेज को खरीदने की पेशकश की है।
यह भी पढ़ें...बहराइच : कतर्नियाघाट वन्यजीव विहार में बाघ के हमले में दादी-पोती की मौत
ब्रिटेन के युवा व्यापारी जेसन अंसवर्थ ने जेट एयरवेज को अपने नियंत्रण में लेने की इच्छा जताई है। जेसन दुनिया की अलग-अलग एयरलाइन में काम कर चुके हैं। उन्होंने साल 2015 में एटमॉस्फेयर इंटरकॉन्टिनेंटल एयरलाइंस नामक स्टार्टअप की स्थापना की थी। इसके तहत वह लंदन स्टैनस्टेड एयरपोर्ट से सेवाएं शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं।
जेसन अंसवर्थ ने अपने कैरियर की शुरुआत वॉलमार्ट शॉपिंग सेंटर में एक स्टाफ के तौर पर की थी। वॉलमार्ट में उन्होंने अगस्त 2006 से नवंबर 2007 तक जाॅब की। इसके बाद उन्होंने एविएशन सेक्टर में प्रवेश किया।
यह भी पढ़ें...आतंकवाद को दिया मुंहतोड़ जवाब, बिहार को विकसित राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध: शाह
एविएशन सेक्टर में जेसन ने Ryanair समेत कई एयरलाइंस में केबिन क्रू के तौर पर काम किया, लेकिन एक एयरलाइन चलाने के मामले में वह अनुभवहीन हैं। हालांकि जेसन की कंपनी बैंकॉक, दुबई और भारत के लिए उड़ानें शुरू करने की योजना बना रही है।
जेसन अंसवर्थ ने जेट एयरवेज में पहले दिलचस्पी दिखा चुके हैं। उन्होंने जेट एयरवेज में पहले भी निवेश करने की इच्छा जाहिर की थी, लेकिन बैंकों ने इस बारे में उन्हें कोई जवाब नहीं दिया। हालांकि अब जेसन अंसवर्थ दावा कर रहे हैं कि वह इस मामले को लेकर जेट एयरवेज के एक वरिष्ठ अधिकारी के संपर्क में हैं।
जेसन के मुताबिक उन्होंने ब्रिटिश प्रधानमंत्री से भी जेट में अपनी रुचि को लेकर समर्थन और सहायता की मांग की है। जेसन अंसवर्थ की यह पेशकश कर्ज में डूबी जेट एयरवेज के कर्मचारियों और शेयर होल्डर्स के लिए अच्छी खबर है।
यह भी पढ़ें...कुछ मैचों के बाद वापसी करके अच्छा लग रहा है: हरभजन
जेट एयरवेज 17 अप्रैल को बंद हो गई थी। लोगों में इसके प्रति रुचि कम होने से इसकी नीलामी प्रक्रिया भी खतरे में आ गई है। कंपनी बंद होने से इसमें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कार्यरत 20 हजार से ज्यादा लोगों के भविष्य पर संकट छा गया है। अब तक 410 पायलट कंपनी से इस्तीफा दे चुके हैं और कई अन्य इस्तीफा देने की तैयारी कर रहे हैं।
जेसन का कहना है, 'मैं चाहता हूं कि यहां काम कर रहे लोगों को वेतन मिले और इससे पहले यह अपनी और संपत्तियां खो दे, यहां काम शुरू होना बहुत जरूरी है।' हालांकि, जेसन की यह पेशकश जेट कर्मियों के लिए थोड़ी खुशी देने वाली हो सकती है, लेकिन देखने वाली बात यह होगी कि एयरलाइन या इसके ऋणदाता जेसन की इस ख्वाहिश को कितनी गंभीरता से लेते हैं।