बुलेट ट्रेन होने वाली शुरू! इस कम्पनी को मिला ठेका, जल्द कर सकेंगे सफर..

मुंबई और अहमदाबाद के बीच बन रही इस बुलेट ट्रेन परियोजना की कुल लंबाई 508 किमी है। अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन देश की पहली हाई स्पीड ट्रेन परियोजना है जिसे जापान की मदद से बनाया जा रहा है।

Update: 2020-10-20 04:13 GMT
एफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर, इरकॉन इंटरनेशनल और जेएमसी प्रोजेक्ट्स इंडिया ने एक साथ मिलकर बोली लगाई है

नई दिल्ली जल्द ही देश की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना में 237 किमी लंबे रूट के डिजाइन और निर्माण के लिए कॉन्ट्रैक्ट स्वदेशी इन्फ्रॉस्ट्रक्चर कंपनी लार्सन एंड टूब्रो (L&T) को मिलने की बात हो रही है। इस कंपनी ने सबसे कम बोली लगाई है। इस बिड में कुल 7 कंपनियों ने हिस्सा लिया था। यह कॉन्ट्रैक्ट करीब 25,985 करोड़ रुपये का है और यह ठेका (L&T )को मिलना तय है। बता दे कि मुंबई और अहमदाबाद के बीच बन रही इस बुलेट ट्रेन परियोजना की कुल लंबाई 508 किमी है। अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन देश की पहली हाई स्पीड ट्रेन परियोजना है जिसे जापान की मदद से बनाया जा रहा है।

लार्सन एंड टूब्रो ने सबसे कम बोली लगाई

सोमवार को एक बयान में नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) ने कहा, '508 किमी लंबे मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर पर 237 किमी लंबे खंड के डिजाइन और निर्माण के लिए आज फाइनेंशियल बिड्स को खोला गया और इसमें लार्सन एंड टूब्रो ने सबसे कम बोली लगाई है।

प्रोजेक्ट का काम दिसंबर 2023 में पूरा होना प्रस्तावित है। लेकिन इसमें शायद कुछ देरी हो क्योंकि महाराष्ट्र के पालघर और गुजरात के नवसारी जैसे इलाकों में अभी भी भूमि अधिग्रहण से जुड़े कुछ मुद्दे हैं।

 

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साल 2019 में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने राज्यसभा में बताया था कि मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल प्रोजेक्‍ट के लिए जापान से 24 बुलेट ट्रेन खरीदी जाएंगी। वहीं, मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के उद्देश्य से खरीदी जाने वाली 24 बुलेट ट्रेन्स में से छह को भारत में असेंबल करने की योजना है।

भूमि अधिग्रहण का काम पूरा

बता दें कि देश के पहले बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर मुंबई से अहमदाबाद के बीच काम चल रहा है। इस कॉरिडोर पर बुलेट ट्रेन की स्पीड 350 किमी प्रति घंटा होने की उम्मीद है। मुंबई से अहमदाबाद महज 2 घंटे में पहुंचा जा सकेगा।

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने राज्यसभा में बताया था कि मार्च 2020 से पहले भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो जाना था, लेकिन महाराष्ट्र में कुछ अड़चनों की वजह से यह नहीं हो पाया है। यह पूरा प्रोजेक्ट 508 किमी का है जिसका करीब 349 किमी हिस्सा गुजरात में पड़ता है। इस 237 किमी लंबे कॉरिडोर में 24 नदियां और 30 रोड क्रॉसिंग पड़ेंगे। यह पूरा खंड गुजरात में है जहां 83 फीसदी से ज्यादा जमीन का अधिग्रहण हो चुका है।

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इस टेंडर के तहत वापी और वडोदरा के बीच 237 किमी लंबे कॉरिडोर का निर्माण होना है। इसमें चार स्टेशन वापी, बिलिमोर, सूरत और भरूच और सूरत डिपो शामिल है। मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर की कुल लागत 1.08 लाख करोड़ है और इसके लिए जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी फंडिंग कर रही है।

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