CBI Raid Amrapali Group: आम्रपाली ग्रुप के ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी, 29 जगहों पर कार्रवाई

CBI Raid Amrapali Group: CBI ने बिल्डर आम्रपाली ग्रुप के कई ठिकानों पर छापेमारी की है। सीबीआई ने आम्रपाली ग्रुप के नोएडा, दिल्ली, बिहार और उत्तराखंड सहित देशभर में 29 ठिकानों पर छापे मारे हैं।

Written By :  aman
Update:2022-05-20 10:28 IST

प्रतीकात्मक चित्र 

CBI Raid Amrapali Group: उत्तर प्रदेश के नोएडा से बड़ी खबर सामने आ रही है। जानकारी के अनुसार, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो यानी CBI ने बिल्डर आम्रपाली ग्रुप के कई ठिकानों पर छापेमारी की है। सीबीआई ने आम्रपाली ग्रुप के नोएडा, दिल्ली, बिहार और उत्तराखंड सहित देशभर में 29 ठिकानों पर छापे मारे हैं।

जानकारी के अनुसार, सीबीआई की टीम नोएडा स्थित सेक्टर- 44 में 'पल्स गेटवे हाउसिंग सोसाइटी' में जमी हुई है। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो की टीम इस सोसाइटी के एल टावर (L Tower) में दो फ्लैट्स को बंद कर छानबीन कर रही है। एल टावर की आठवीं मंजिल पर दो फ्लैट्स में सीबीआई की टीम ने यह छापेमारी की। बताया जा रहा है कि, सीबीआई की कार्रवाई गुरुवार देर रात भी जारी रही थी। 'पल्स गेटवे हाउसिंग सोसाइटी' में फ्लैट के बाहर और टावर के नीचे तथा मेन गेट पर भी सीबीआई के अफसर मौजूद हैं। सीबीआई ने छापेमारी के दौरान गहन छानबीन की। 

एक साथ 29 ठिकानों पर सीबीआई रेड 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सीबीआई ने आम्रपाली ग्रुप की कंपनियों के निदेशकों के यहां छापेमारी की। सीबीआई रेड सिर्फ नोएडा तक ही सीमित नहीं थी। छापेमारी नोएडा के अलावा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, बिहार, उत्तराखंड सहित एनसीआर के कई अन्य शहरों में भी हुई है। बताया जा रहा है कि, आम्रपाली ग्रुप से जुड़े लोगों के करीब 29 ठिकानों पर सीबीआई ने एक साथ छापेमारी की। 

निदेशकों ने आखिर कहां खपाए पैसे?

दरअसल, सुप्रीम कोर्ट की जांच में सामने आ चुकी है कि, आम्रपाली ग्रुप की रियल एस्टेट कंपनियों (Real Sstate Companies) ने बड़े पैमाने पर फंड डायवर्जन (fund diversion) किए हैं। इसी सिलसिले में सर्वोच्च न्यायालय और नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने आम्रपाली समूह की कंपनियों को दिवालिया घोषित कर निदेशकों की संपत्तियां जब्त कर चुके हैं। ज्ञात हो कि, तक़रीबन 30 हजार फ्लैट्स का निर्माण सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन कर रहा है।  

Tags:    

Similar News