TRF Ban: केंद्र सरकार ने TRF पर लगाया बैन, कश्मीर में टारगेट किलिंग के लिए है कुख्यात

TRF Ban: गुरूवार देर रात केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस बाबत नोटिफिकेशन जारी किया। टीआरएफ घाटी में कई टारगेट किलिंग में शामिल रहा है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2023-01-06 14:10 IST

 TRF banned (photo: social media )

TRF Ban: पिछले कुल सालों में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में खौफ और आतंक का पर्याय बन चुके द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) नामक संगठन के खिलाफ केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। गृह मंत्रालय ने इसे एक आतंकी संगठन घोषित कर बैन लगा दिया है। गुरूवार देर रात केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस बाबत नोटिफिकेशन जारी किया। टीआरएफ घाटी में कई टारगेट किलिंग में शामिल रहा है। हाल ही में इस संगठन ने पीएम पैकेज के तहत कश्मीर में काम कर रहे कश्मीरी पंडित सरकारी कर्मचारियों को धमकाया था।

गृह मंत्रालय के नोटिफिकेशन के अनुसार, TRF के कमांडर शेख सज्जाद गुल और लश्कर कमांडर मोहम्मद अमीन उर्फ अबु खुबैब को आतंकवादी घोषित किया गया है। ये कार्रवाई यूएपीए एक्ट यानी गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत की गई हैं। लश्कर कमांडर अबु खुबैब जम्मू कश्मीर का ही रहने वाला है, फिलहाल वह पाकिस्तान में है। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, खुबैब जम्मू कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा के लॉन्चिंग कमांडर के तौर पर काम कर रहा है।

TRF पर क्या है आरोप

जम्मू कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठनों की सूची में द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) नया नाम है। अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने के बाद से घाटी में इसकी गतिविधियां काफी बढ़ी हैं। संगठन पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए जम्मू कश्मीर के युवाओं को भारत सरकार के विरूद्ध भड़काने का आरोप है। गृह मंत्रालय का कहना है कि टीआरएफ आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ाने, पाकिस्तान से हथियार और नशीले दवाओं का खेप भारत तक तस्करी करने के लिए युवाओं की भर्ती कर रहा है।

टारगेट किलिंग में शामिल रहा है संगठन

जम्मू कश्मीर में टारगेट किलिंग की घटनाओं में काफी इजाफा हुआ है। सुरक्षाबलों का मानना है कि इसके पीछे द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) का ही हाथ है। टीआरएफ ने सबसे अधिक नेताओं और पुलिस अफसरों को अपना निशाना बनाया है। इसके अलावा इसने स्थानीय भाजपा नेताओं और पंचायत से जुड़े लोगों की भी हत्याएं की है। संगठन कश्मीर पंडितों को जम्मू कश्मीर प्रशासन द्वारा बनाए जा रहे कॉलोनियों में न रहने की चेतावनी भी दे चुका है।

TRF यानी लश्कर का प्रॉक्स संगठन ?

TRF को लंबे समय से जम्मू कश्मीर में सक्रिय पाकिस्तान पोषित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का प्रॉक्सी संगठन भी बताया जा रहा है। सुरक्षा मामलों के जानकार मानते हैं कि इस संगठन को आईएसआई की मदद से लश्कर ने खड़ा किया है। इस संगठन का कम जैश और लश्कर जैसे आतंकी संगठनों के कमांडर ही देखते हैं। पाक खुफिया एजेंसी की रणनीति के तहत भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को भ्रमित करने के लिए इस नए संगठन को खड़ा किया गया है ताकि दुनिया को ये दिखाया जा सके कि कश्मीर में हालात धारा 370 के खत्म होने के बाद काफी खराब हो चुके हैं। स्थानीय युवा सरकार के खिलाफ मिलिटेंसी की राह पकड़ रह रहे हैं।

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