रोजगार पर केंद्र सरकार का संसद में जवाब, 8 साल में 7 लाख 22 हजार युवाओं को मिली स्थायी नौकरी, 22 करोड़ आवेदन
Central Government On Jobs: कार्मिक मंत्रालय में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने बुधवार को संसद में बताया कि मोदी सरकार ने 2014 के बाद 7 लाख 22 हजार 311 लोगों को नौकरियां दी हैं।
Central Government On Jobs : विपक्षी पार्टियां नौकरियों में कटौती और 'नए रोजगार सृजन' में नाकाम रहने का आरोप आए दिन केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर लगाती रहती है। हाल ही में केंद्र की 'अग्निपथ योजना' पर भी विपक्ष की नजरें टेढ़ी रही थी। इन आरोप-प्रत्यारोपों के बीच मोदी सरकार ने बुधवार को संसद में रोजगार के आंकड़े पेश किए। बताया कि साल 2014 के बाद से अब तक 07 लाख 22 हजार 311 पदों पर केंद्र सरकार में नौकरियां दी गई हैं।
कार्मिक मंत्रालय में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह (Jitendra Singh) ने आज संसद में एक लिखित जवाब में ये जानकारी दी। उन्होंने कहा, कि 'इसी दौरान नौकरियों के लिए 22 करोड़ से अधिक आवेदन मिले थे।'
कार्मिक मंत्रालय में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने संसद में लिखित जवाब में आंकड़े पेश किए :
- साल 2014-15 में एक लाख 30 हजार 423 लोगों को जॉब्स मिले।
- साल 2015-16 में एक लाख 11 हजार 807 लोगों को रोजगार दिया।
- वर्ष 2016-17 में एक लाख 01 हजार 333 लोगों को सरकारी नौकरी मिली।
- साल 2017-18 में 76 हजार 147 लोगों को केंद्र की नौकरी दी गई।
- वर्ष 2018-19 में 38 हजार 100 लोगों को जॉब्स मिले हैं।
- साल 2019-20 में एक लाख 47 हजार 96 लोगों को केंद्र की नौकरी मिली। - साल 2020-21 में 78 हजार 555 लोगों को नौकरी दी गई।
- साल 2021-2022 में 38 हजार 850 लोगों को केंद्र सरकार ने नौकरियां दी है।
विपक्ष लगातार हमलावर रही है
प्रमुख विपक्षी पार्टियां केंद्र पर लगातार बेरोजगारी और महंगाई को लेकर हमलावर है। कांग्रेस लगातार कहती रही है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) प्रतिवर्ष दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा कर केंद्र की सत्ता में आई थी। मगर, सत्ता हाथ लगते ही वो अपने वादे भूल गई। विपक्ष के इन्हीं हमलावर रुख के कारण पार्लियामेंट में लगातार गतिरोध बना हुआ है। वर्तमान में संसद के मानसून सत्र के दौरान केंद्र सरकार का कहना है कि वह हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है।