चीन ने रात के अंधेरे में तैयार कर ली 20 KM. लम्बी सड़क, भारत के लिए बढ़ा खतरा

सीमा विवाद को लेकर भारत से बातचीत करने के बाद चीन अपनी बातों से पलट गया है। उसने फिर से वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर अपनी गतिविधियां तेज कर दी है। उसकी हरकतें सामान्य नहीं लग रही हैं।

Update:2020-07-26 21:48 IST

नई दिल्ली: सीमा विवाद को लेकर भारत से बातचीत करने के बाद चीन अपनी बातों से पलट गया है। उसने फिर से वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर अपनी गतिविधियां तेज कर दी है।

उसकी हरकतें सामान्य नहीं लग रही हैं। उसने पहले तो लद्दाख में करीब 40 हजार जवान तैनात कर दिए। अब खबर आ रही है कि चीन हिमाचल प्रदेश से लगती सीमा पर सड़क निर्माण कर रहा है।

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले का कुन्नु चारंग अंतिम सीमावर्ती गांव है। कुन्नू चारंग के ग्रामीणों ने चीनी क्षेत्र में रेकी करने के बाद यह दावा किया है कि पिछले दो महीने में चीन ने सीमा के करीब 20 किलोमीटर लंबी सड़क तैयार करने में जुटा हुआ है।

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कुन्नू चारंग गांव चीन सीमा के करीब

वहीँ किन्नौर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) साजू राम राणा का कहना है कि इतनी लंबी सड़क एक दिन में तो बनी नहीं होगी। इसका निर्माण कई महीनों से कराया जा रहा होगा।

जबकि ग्राम प्रधान ने इसे लेकर सुरक्षा एजेंसियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। कुन्नू चारंग गांव चीन सीमा के करीब है। यहां तक पहुंचने के लिए अच्छी सड़क भी नहीं है। ग्रामीणों के पास मोबाइल फोन तो हैं, लेकिन कनेक्टिविटी नहीं होने के कारण कहीं बात करनी हो तो लोगों को 14 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है।

किन्नौर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने सीमावर्ती गांवों में ड्रोन आने की पुष्टि की है। एसपी ने कहा कि ग्रामीणों ने इस संबंध में जानकारी दी थी। भारतीय सीमा क्षेत्र में ऐसा कुछ नहीं हो रहा। घबराने की जरूरत नहीं है।

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दो महीने में ही लगभग 20 किलोमीटर सड़क कर ली तैयार

कुन्नू चारंग गांव के प्रधान ने कहा कि कुछ ग्रामीण खेमकुल्ला पास गए थे और रेकी कर आने के बाद सीमा पार सड़क निर्माण की जानकारी दी। गांव कुन्नू चारंग के ग्रामीणों का दावा है कि चीन रात के अंधेरे में तेज गति से खेमकुल्ला पास की ओर सड़क का निर्माण कर रहा है। चीन की तरफ से रात के समय ड्रोन भी आ रहे हैं। लोगों ने चीन की तरफ कराए जा रहे सड़क निर्माण के नो मेंस लैंड में होने की आशंका जताई है।

बताया जा रहा है कि चीन ने दो महीने में ही लगभग 20 किलोमीटर सड़क का निर्माण कर लिया है। कुन्नू चारंग गांव के नौ लोगों का दल 16 खच्चर और पांच पोर्टर के साथ लगभग 22 किलोमीटर दूर सीमा की ओर गया था। इस दल के साथ चीन सीमा पर सुरक्षा के लिए तैनात इंडिया तिब्बत बॉर्डर पुलिस के कुछ जवान भी थे। खेमकुल्ला पास पहुंच कर इस दल ने जब तिब्बत की ओर नजर दौड़ाई तो आंखें खुली की खुली रह गईं।

इस दल के सदस्यों ने बताया कि पिछले साल अक्टूबर तक तिब्बत के आखिरी गांव तांगो तक ही सड़क थी, लेकिन बर्फ हटते ही पिछले दो महीनों में सरहद की ओर 20 किलोमीटर लंबी सड़क बन गई।

उन्होंने बताया कि सांगली घाटी के छितकुल इलाके के करीब भी सरहद पार यमरंग ला की तरफ भी सड़क निर्माण जारी है। दल में शामिल रहे बलदेव नेगी, जेपी नेगी, विपिन कुमार, भागी राम, नीरज, मोहन आदि ने बताया कि सीमा से दो किलोमीटर दूर तक सड़क का निर्माण हो चुका है।

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