नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच बीते कई महीनों से चल रहे विवाद को लेकर राजनायिक स्तर पर वार्ता अभी भी जारी है। ऐसे में चीन की हालात इतनी ज्यादा खराब हो गई, कि उसने लाइन ऑफ एक्च्यूअल कंट्रोल पर अपनी सेना की तैनाती को बढ़ा दिया है। चीन के इस कदम के बाद से अब भारतीय एजेंसियां ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की वायु सेना की गतिविधियों पर कड़ी निगाह रखी जा रही है। साथ ही सामने आई रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय एजेंसियों ने शिनजियांग और तिब्बत क्षेत्र में चीनी वायुसेना के होटन, गर गुनसा, काशघर, होपिंग, डोंक्का डोंग, लिन्झी और पंगत एयरबेस पर कड़ी नजर रखी हुई है। सूत्रों का कहना है कि इन एयरबेसों पर हाल ही में हलचल बढ़ी है।
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लड़ाकू विमानों की भी तैनाती
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चीनी सेना ने हाल के दिनों में कई ठिकानों को अपग्रेड किया है। इन ठिकानों में ज्यादा लोगों को ठहरने, रनवे की लंबाई का विस्तार और अन्य सुधार किए गए हैं।
साथ ही सूत्रों ने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों के सामने लाइनज़ी एयरबेस मुख्य रूप से एक हेलीकॉप्टर बेस है और चीन ने उन क्षेत्रों में अपनी निगरानी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए वहां हेलीपैड का एक नेटवर्क भी बनाया है। इसके साथ ही लड़ाकू विमानों की भी तैनाती की है।
दूसरी तरफ चीनी गतिविधियों को मद्देनजर रखते हुए भारतीय वायुसेना ने सुखोई, मिग -29, मिराज -2000 के और अपाचे हेलीकॉप्टर लाइन ऑफ एक्च्यूअल कंट्रोल पर तैनात कर दिए हैं और ऑपरेशन भी शुरू कर दिया है। और इसके अलावा भारतीय वायुसेना ने अपना आधुनिक युद्धक हेलीकॉप्टर अपाचे भी फॉरवर्ड बेस पर तैनात किया है।
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