LIVE: नागरिकता बिल: दिल्ली, यूपी और कोलकाता में बवाल, पढ़ें दिनभर का घटनाक्रम

नागरिकता संशोधन कानून बनने के बाद से इसके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। अब इसके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन ने हिंसा का रूप ले लिया है। देश के उत्तर पूर्व से लेकर दक्षिण तक लोग इस कानून के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं।

Update:2019-12-16 13:12 IST

नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून बनने के बाद से इसके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। अब इसके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन ने हिंसा का रूप ले लिया है।

देश के उत्तर पूर्व से लेकर दक्षिण तक लोग इस कानून के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। केंद्र सरकार से इस कानून को बदलने की मांग कर रहे हैं। राजधानी दिल्ली में जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्र भी इस कानून के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।

नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दक्षिण दिल्ली में रविवार शाम प्रदर्शन ने हिंसा का रूप और जबरदस्त हिंसा हुई। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई के दौरान जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी के 50 छात्रों को हिरासत मे ले लिया। छात्रों को हिरासत में लेने और जामिया कैंपस में कार्रवाई के बाद छात्र पुलिस मुख्यालय पर धरने पर बैठ गए।

बवाल बढ़ता देख पुलिस ने हिरासत में लिए छात्रों को रिहा कर दिया। छात्रों की रिहाई के बाद पुलिस मुख्यालय पर प्रदर्शन खत्म हो गया और सभी छात्र धीरे-धीरे यहां चले गए। जामिया कैंपस में हिंसा को भारी तनाव है।

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ममता बनर्जी ने कहा...

ममता बनर्जी ने एक ट्वीट किया कि अगर वे नागरिकता संशोधन कानून लागू करना चाहते हैं तो उन्हें मेरी लाश से गुजरना होगा। हमारा विरोध प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार एनआरसी और नागरिकता कानून वापस नहीं ले लेगी।

ममता बनर्जी ने एक अन्‍य ट्वीट करते हुए कहा कि यहां फूट डालो और राज करो की नीति क्‍यों अपनाई जा रही है? कुछ लोग नफरत की राजनीति कर रहे हैं, मैं उनके सामने झुकने वाली नहीं हूं। मुझे विश्‍वास है कि इस तरह की राजनीति करने वाले लोग अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाएंगे। वे एक दिन सत्‍ता से बाहर हो जाएंगे।

ममता बनर्जी ने कहा कि अगर आप मेरी सरकार को बर्खास्त करना चाहते हैं तो कर दें, लेकिन मैं कभी भी नागरिकता संशोधन कानून को पश्चिम बंगाल में लागू नहीं करने दूंगी।

अमित शाह पूर्वोत्तर जाकर दिखाएं: सोनिया

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूर्वोत्तर में जारी हिंसा पर बयान जारी करके केंद्र सरकार पर हमला बोला है। सोनिया गांधी ने कहा कि हिम्मत है तो गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्वोत्तर के राज्यों में जाकर दिखाएं।



गृह मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी

नागरिकता संशोधन कानून पर हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए गृह मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को एडवाइजरी जारी की है। गृह मंत्रालय ने कहा कि फेक न्यूज से बचें और नागिरकों एवं संपत्ति को नुकसान नहीं होना चाहिए।

राष्ट्रपति से मिलेंगे विपक्षी नेता

नागरिकता संशोधन कानून बनने के बाद देश भर में जगह-जगह हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर विपक्ष के नेता राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मुलाकात करेंगे। विपक्ष आज शाम करीब 6 बजे राष्ट्रपति से मिलने राष्ट्रपति भवन जाएंगे। इस मीटिंग के दौरान विपक्षी दल देश की मौजूदा स्थिति को लेकर राष्ट्रपति से चर्चा करेंगे।

कांग्रेस के नेता और राज्यसभा सांसद गुलम नबी आजाद ने घटना की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण है। लाइब्रेरी में घुसकर छात्रों को पीटा गया यह बहुत ही दुर्भाग्य पूर्ण है।

सीपीआईएम नेता सीताराम येचुरी ने नागरिकता बिल को किसी धर्म से नहीं जोड़ने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस मसले का हिंदू-मुस्लिम से कोई लेना-देना नहीं है।

इसमें सपा के जावेद अली, राजद के मनोज झा, भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी के डी राजा, मार्क्सवादी कम्युनिष्ट पार्टी के सीताराम येचूरी शामिल हैं।

बंद की गई मेट्रो

जामिया मिलिया इस्लामिया में एक बार फिर मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है। इस स्टेशन पर मेट्रो नहीं रुकेगी। डीएमआरसी ने इसकी जानकारी दी है। केंद्रीय सचिवालय, पटेल चौक और उद्योग भवन मेट्रो स्टेशन भी बंद किए गए।

पुलिन ने नहीं की फायरिंग

नागरिकता संशोधन एक्ट के विरोध में रविवार को हुए हिंसक प्रदर्शन पर दिल्ली पुलिस ने प्रेस कांफ्रेस। पुलिस ने इस दौरान पूरी घटना की जानकारी दी और कहा कि हिंसा में पुलिस की तरफ से फायरिंग नहीं की गई है। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता एमएस रंधावा ने प्रेस कांफ्रेस में कहा कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की थी इसलिए एक्शन हुआ था।

DU छात्रों का विरोध

विरोध प्रदर्शन का मामला अब दिल्ली विश्वविद्याल पहुंच गया है। छात्रों ने परीक्षाओं का बहिष्कार का एलान किया है। यहां के कुछ छात्रों ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और जामिया मिल्लिया विश्वविद्यालय के छात्रों के समर्थन में यह एलान किया है। वहीं, किसी संभावित बवाल के मद्देनजर आर्ट्स फैकल्टी के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। अब खबर आ रही है कि दिल्ली विश्वविद्यालय में पुलिस और छात्रों के बीच झड़प हुई है। यहां पर छात्र संगठन आमने-सामने आ गए हैं। एबीवीपी और एनएसयूआई और AISA छात्र संगठन प्रदर्शन कर रहे हैं। एबीवीपी जहां बिल के समर्थन में है, तो वहीं एसयूआई और AISA विरोध में हैं।

केजरीवाल ने गृह मंत्री से मिलने का समय मांगा

दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने गृह मंत्री अमित शाह से मिलने का समय मांगा है। जामिया हिंसा के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से शांति बनाने की अपील की है।

छात्रों पर कार्रवाई से आहत: वीसी

हिंसा पर सोमवार को जामिया प्रशासन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जामिया की वीसी नजमा अख्तर ने कहा कि यूनिवर्सिटी का बहुत नुकसान हुआ है, हमारा कॉन्फिडेंस, इमोशनल नुकसान हुआ है। इसकी भरपाई कौन करेगा जो आजकल अफवाहें फैलाई जा रही हैं, यूनिवर्सिटी इसकी निंदा करती है हमारे पास सभी तथ्य हैं, किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें। उन्होंने कहा कि जो प्रदर्शन जामिया में नहीं हुआ है, उसे भी जामिया यूनिवर्सिटी के नाम से फैलाया जा रहा है। इससे हमारी यूनिवर्सिटी की इमेज खराब हो रही है।

वीसी डॉक्टर नजमा अख्तर ने अफसोस जताते हुए कहा कि हमारे छात्रों पर जो कार्रवाई हुई है इससे हम आहत हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जामिया में हुई हिंसा का नुकसान कैसे होगा। उन्होंने छात्रों से अपील की है कि किसी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें। आगजनी की घटना में छात्रों के शामिल होने से भी वीसी ने इंकार किया।

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वीसी ने कहा कि यूनिवर्सिटी में पुलिस कार्रवाई के खिलाफ एफआईआर कराएंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस बिना इजाजत कैंपस में कैसे घुसी? हमारी यूनिवर्सिटी का बहुत नुकसान हुआ है इसकी भरपाई कैसे होगी? इसके साथ ही जो हमारे बच्चों का भावनात्मक नुकसान हुआ है उनके साथ हिंसा हुई है, हम उसके लिए बहुत चिंतित हैं। हम यूनिवर्सिटी के अंदर पुलिस की घुसने के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे।

वीसी ने कहा कि ऐसी घटनाएं होती हैं तो अफवाह भी उड़ते हैं। अब एक अफवाह है कि एक बच्चे की मौत हो गई है। इस तरह की खबरों पर यकीन न करें। हमारे बच्चों को पुलिस अपने साथ कल लेकर गई थी, हमारा पूरा स्टाफ कल रात भर उन्हें सुरक्षित वापस लौटाने में लगा था। हमारे पास बयान जारी करने के लिए वक्त नहीं था। सभी घायल छात्रों का इलाज चल रहा है, उनकी माता-पिता से बात कराई गई है। ज्यादातर छात्र हैं, लेकिन कुछ बाहर के भी बच्चे हैं उन्हें भी छुड़ाया गया। भले ही हमारे यूनिवर्सिटी के बच्चे नहीं हैं, लेकिन किसी के तो बच्चे हैं।'

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वीसी ने कहा कि जामिया की गिनती देश के सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में होती है। उन्होंने कहा कि देश भर से बच्चे यहां पढ़ने के लिए आते हैं। जबरन जामिया का नाम खराब करने की कोशिश हो रही है। हमारे विश्वविद्यालय की छवि को चोट पहुंचाने के लिए निशाना बनाया जा रहा है। हम इस मामले की उच्चस्तरीय जांच करने की मांग करते हैं।

जामिया के छात्र फिर कर रहे प्रदर्शन

जामिया का टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ प्रदर्शन में शामिल है। वर्तमान में जामिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के सामने सड़क पर तकरीबन 5000 लोग जमा हैं। इनमें स्टूडेंट के अलावा बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी शामिल हैं। छात्रों ने पूरे मामले की सीबीआइ जांच की मांग की है।

अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ने की शांत की अपील

अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष सैयद हसन रिजवी ने कहा कि वह प्रदर्शनकारियों से अपील करते हैं, इस तरह से प्रदर्शन नहीं करें। तो वहीं वह पुलिस से भी अपील करते हैं कि इस तरह की स्थिति पर काबू पाएं। उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून हिंदुस्तान के मुस्लिमों के खिलाफ नहीं है, ऐसे में इसके खिलाफ प्रदर्शन की जरूरत नहीं है। अगर प्रदर्शन करना भी है तो शांति पूर्ण करें।

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शांतिपूर्वक प्रदर्शन करें जामिया के छात्र: दिल्ली पुलिस

साउथ ईस्ट दिल्ली के डीसीपी चिन्मय बिस्वाल ने सोमवार को कहा कि मैं जामिया के छात्रों से अपील करता हूं कि जब एंटी सोशल एलिमेंट प्रदर्शन में शामिल होते हैं, तो यूनिवर्सिटी की इमेज खराब होती है। प्रदर्शन शांतिपूर्वक होना चाहिए।

पुलिस के द्वारा बस को जलाए जाने पर उन्होंने कहा कि ये गलत वीडियो वायरल किया जा रहा है, जो पूरी तरह से झूठ है। जब प्रदर्शनकारियों ने बस में आग लगाई तो पुलिस ने पानी से आग बुझाई, स्थानीय लोगों से पानी मांगकर आग बुझाई जा रही थी।

हैदराबाद में भी प्रदर्शन

हैदराबाद की मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी में छात्र नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके साथ ही छात्र जामिया छात्रों के भी समर्थन में खड़े हैं। छात्रों ने परीक्षा को बायकॉट करने का ऐलान किया है।

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लखनऊ के प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के नदवा कॉलेज में सोमवार को छात्रों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने पुलिसकर्मियों पर पत्थरबाजी की, पुलिस लगातार गेट बंद करने की कोशिश करती रही। नदवा कॉलेज लखनऊ के हसनगंज थाना क्षेत्र में आता है।

मुंबई में छात्रों ने किया प्रदर्शन

मुंबई के टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंस के छात्र भी आज नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।

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