Supreme Court को मिले दो नए जज, CJI ने दिलाई शपथ, वकील से जज बने वेंकटरमण 2030 में बनेंगे चीफ जस्टिस

Supreme Court: बिते दिनों दिनेश माहेश्वरी और जस्टिस एमआर शाह के सेवानिवृत्त हो जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों की संख्या घटकर 32 हो गई थी।

Update:2023-05-19 18:38 IST
justice prashant kumar mishra and kv vishwanathan (Photo-Social Media)

Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट को शुक्रवार (19 मई) को दो नए जज मिले। जिनको सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने शपथ दिलाई, जिन दो जजों को शपथ दिलाई गई है, उनके नाम प्रशांत कुमार मिश्रा जो इससे पहले आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश थे और वेंकटरमण विश्वनाथन जो एक वरिष्ठ वकील हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को दोनों जजों के नाम की घोषणी की थी। नए कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने टि्वटर कर इसकी जानकारी दी। दोनों जजों की सुप्रीम कोर्ट के कालेजियम द्वारा 48 घंटे के अंदर हुई।

बीते दिनों दिनेश माहेश्वरी और जस्टिस एमआर शाह के सेवानिवृत्त हो जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों की संख्या घटकर 32 हो गई थी। जबकि सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों की स्वीकृत संख्या 34 है। केन्द्र की सिफारिस के बाद मुख्य न्यायाधीश डीवाई की अध्यक्षता वाली कालेजियम नें मंगवार को प्रशांत कुमार मिश्रा और वरिष्ठ अधिवक्ता केवी विश्वनाथन को सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश बनाने की सिफारिश की थी। न्यायाधीश प्रशांत कुमार को 10 दिसंबर 2009 को आंध्रप्रदेश हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। 13 अक्टूबर 2021 को उन्हे आंध्रप्रदेश हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया।

कौन हैं प्रशांत कुमार मिश्रा?

प्रशांत कुमार मिश्र का जन्म 29 अगस्त 1964 छत्तीसगढ़ के रायपुर में हुआ था। उन्होने बीएससी के बाद घासीदास विश्वविद्यालय से एलएलबी की। इसके बाद वे रायगढ़ जिला अदालत में प्रैक्टिस शुरू कर दी। 1987 में अधिवक्ता बने। 2005 में छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में सीनियर वकील बनें। 2007 में महाधिकवक्ता नियुक्त हुए। 10 दिसंबर 2009 को छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गाय। 13 अक्टूबर 3021 को आंध्रप्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।

कौन हैं केवी विश्वनाथ?

केवी विश्वनाथ का जन्म 26 मई 1966 में तमिलनाडु में हुआ था। इनका पूरा परिवार कानूनी पेशे से जुड़ा हुआ था। विश्वनाथ ने कोयंबटूर लॉ कॉलेज से 5 साल की इंटीग्रेटेड लॉ डिग्री ली। 1988 तमिलनाडु हाई कोर्ट के बार काउंसिल में नाम रजिस्ट्रेशन करवाने के साथ ही वकालत शुरू की। इसके बाद दिल्ली आ गए और सुप्रीम कोर्ट में वकालत करने लगे। इन्होने सीनियर एडवोकेट वैद्य़नाथ के चैंबर को ज्वाइन किया। वैद्यनाथ बाद में सॉलिसिटर जनरल बन गए। इके बाद इन्होने केके वेणुगोपाल का चेंबर ज्वाइन किया, जो अटॉर्नीजनरल रहे। यहां पर इन्होने पांच साल कार्य किया।

जून में रिटायर होंगे चार न्यायाधीश

अगले महीने चार जज रिटायर हो जाएंगे। इनमें जस्टिस केएम जेसेफ 16 जून 2023, जस्टिस अजय रस्तोगी 17 जून, जस्टिस वी. रमासुब्रमण्यम 29 जून और जस्टिस कृष्ण मुरारी 8 जुवाई को सेवा निवृत्त हो जाएंगे। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों की संख्या 30 बचेगी।

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