Bharat Jodo Yatra: राहुल के स्वागत में कांग्रेसियों ने लगा दिए सावरकर के पोस्टर, गलती का एहसास हुआ तो..
Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक जगह सड़क किनारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों के पोस्टर लगाए थे। स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर का पोस्टर भी लगाया गया था।
Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हुए हैं। तमिलनाडु से शुरू हुई उनकी यात्रा केरल पहुंच चुकी है। राहुल केरल की ही वायनाड लोकसभा सीट से सांसद भी है। वे आज केरल के कोच्चि पहुंचेंगे। उनके स्वागत के लिए पूरे शहर को कांग्रेस के पोस्टरों से पाट दिया गया है। इसी कड़ी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक जगह सड़क किनारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों के पोस्टर लगाए थे। इनमें स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर का पोस्टर भी लगाया गया था।
इस बात की भनक जैसे ही राज्य कांग्रेस के बड़े नेताओं को लगी, पार्टी में खलबली मच गई। फौरन सावरकर के पोस्टर को हटाने का आदेश दिया गया। इसके बाद कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने वीर सावरकर के पोस्टर को महात्मा गांधी के पोस्टर से ढक दिया। हालांकि, ये पूरा घटनाक्रम कैमरे में कैद हो गया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
कांग्रेस ने नहीं दी कोई प्रतिक्रिया
सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से भारत जोड़ो यात्रा का आगाज करने वाले राहुल गांधी गुरूवार को केरल के कोच्चि पहुंचेंगे। यहां यात्रा के स्वागत के लिए सड़क किनारे लंबे – लंबे बैनर लगाए गए हैं, जिसमें फ्रीडम फाइटर्स की फोटो है। एक बैनर में चंद्रशेखर आजाद और पंडित गोविंद बल्लभ पंत के बीच में वीर सावरकर की तस्वीर लगी थी। इस बात की जानकारी जैसे ही कांग्रेस के नेताओं को लगी फौरन उसे ढकने की कवायद शुरू कर दी गई। मौके पर गांधीजी का फोटो मंगवाया गया और उसे सावरकर की फोटो के ऊपर लगा दिया गया। ये पूरा घटनाक्रम सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। कांग्रेस ने अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
सावरकर पर हमलावर रहे हैं राहुल गांधी
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी वीर सावरकर पर हमेशा हमलावर रहे हैं। वो लगातार सावरकर को लेकर सत्ताधारी बीजेपी को घेरने की कोशिश करते रहे हैं। तीन साल पहले दिल्ली के रामलीला मैदान में मोदी सरकार के विरूद्ध कांग्रेस द्वारा बुलाई गई भारत बचाओ रैली में राहुल गांधी ने तल्ख लहजे में कहा था, मुझे कहते हैं कि सही बात बोलने के लिए माफी मांगू। भाइयों-बहनों मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं राहुल गांधी है। मैं सच्चाई के लिए कभी माफी नहीं मांगूंगा और न कोई कांग्रेस वाला माफी मांगेगा।
बता दें कि वीर सावरकर को लेकर वामपंथी धड़े और दक्षिणपंथी धड़े में बहुत गहरा मतभेद है। दक्षिणपंथी तबका विनायक दामोदर सावरकर को देश के अन्य स्वतंत्रता सेनानियों की तरह ही एक देशभक्त मानता है जबकि वामपंथी धड़े का आरोप है कि सावरकर ने जेल से रिहाई के लिए अंग्रेजों से समझौता कर लिया था।