सावधान: नोट पर कोरोना इतने घंटे जिंदा रहता है, अब बैंकों को मिला ये आदेश
कोरोना वायरस की दहशत अब नोट और सिक्कों पर मंडराने लगा है। अब लोगों के अंदर इस खतरे को लेकर चिंता देखी जा रही है। नोट करेंसी से भी कोरोना वायरस फैलने की आशंका है। इस खतरे को देखते हुए बैंकों को सलाह दी गई है कि बैंक आने वाली करेंसी को 48 घंटे के बाद ही रिसाइकिल करें।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस की दहशत अब नोट और सिक्कों पर मंडराने लगा है। अब लोगों के अंदर इस खतरे को लेकर चिंता देखी जा रही है। नोट करेंसी से भी कोरोना वायरस फैलने की आशंका है। इस खतरे को देखते हुए बैंकों को सलाह दी गई है कि बैंक आने वाली करेंसी को 48 घंटे के बाद ही रिसाइकिल करें।
करेंसी को 48 घंटों के बाद रिसाइकिल किया जाय
इस आशंका को देखते हुए केरल में बैंकों को जारी एक सर्कुलर के अनुसार एसएलबीसी के सभी सदस्य बैंकों की ब्रांच में नोट करेंसी को रिसाइकिल नहीं किया जाना चाहिए। बैंकों में आने वाले नोट को डेट के मुताबिक अलग-अलग पैकेट लपेट कर रख देना और उसके बाद उसे 48 घंटों के बाद रिसाइकिल किया जाना है।
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लगभग 12 घंटे तक जिंदा रहता है कोरोना
वहीं स्वास्थ्य विभाग ने भी कहा है कि हम अनुमान लगाते हैं कि कोरोना वायरस के प्रसार के लिए नोट संभावित खतरा हैं। कोरोना वायरस नोट पर लगभग 12 घंटे तक टिक सकता है। केनरा बैंक ने केरल में एसएलबीसी मेंबर बैंकों को बुधवार को एक परिपत्र जारी करते हुए बैंक के कर्मियों को कोरोना वायरस से बचने की सलाह दी है।
मुद्रा को छूने या गिनने के बाद लोगों से हाथ धोने की अपील
शाखाओं के कर्मचारियों को मास्क पहनना, दस्ताने पहनना, सैनेटाइजर का उपयोग करना और सोशल डिस्टेंसिंग जैसी सावधानी बरतने को कहा गया है। इससे पहले, इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (आईबीए) ने मुद्रा को छूने या गिनने के बाद लोगों से हाथ धोने की अपील की है।
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आईबीए ने ग्राहकों से अपने लेनदेन करने के लिए ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग चैनलों का उपयोग करने और बैंक शाखाओं में जाने से बचने के लिए भी कहा था। ट्रेडर्स बॉडी, कॉनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने भी नोटों से होने वाले संभावित कोरोना संक्रमण को लेकर चिंता व्यक्त की है।