झारखंड में अपराध: महिला पुलिसकर्मी नहीं सुरक्षित, पुलिस पर छेड़छाड़ का आरोप

पीड़िता ने इस बाबत लिखित शिकायत एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के कार्यालय में की। एसएसपी ने मामले में तत्काल संज्ञान लेते हुए आरोपी को निलंबित कर दिया है।

Update:2021-01-07 13:13 IST

रांची: झारखंड के डीजीपी एमवी राव राज्य की पुलिस को पब्लिक फ्रेंडली बनाने का दावा करते हैं। महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता में गिनाते हैं। हालांकि, ये जानकर आपको हैरानी होगी कि, खुद पुलिस विभाग में कार्यरत महिला पुलिस कर्मी सुरक्षित नहीं हैं। ताज़ा मामला रांची के पुलिस लाइन से जुड़ा है। आरोप है कि, सिविल जमादार शत्रुघ्न सिंह ने प्रशिक्षु महिला आरक्षी के साथ छेड़छाड़ की। मामला सामने आने के बाद महिला पुलिसकर्मियों के दबाव में आरोपी जमादार को पीड़ित से पैर छूकर माफी मांगनी पड़ी। इतना ही नहीं सबके सामने पीड़ित ने आरोपी को थप्पड़ भी जड़ दिया। इतना ही नहीं मामला एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के पास पहुंचा तो उन्होने आरोपी जमादार को निलंबित भी कर दिया है। फिलहाल, पुलिस लाइन में ये चर्चा का विषय बना हुआ है।

ये भी पढ़ें:एयरस्ट्राइक में बिछीं लाशें: नागरिकों की मौत से सहमा ये देश, इतने हुए घायल

[video data-width="288" data-height="640" mp4="https://newstrack.com/wp-content/uploads/2021/01/VID-20210107-WA0003.mp4"][/video]

अकेले पाकर छेड़छाड़

महिला प्रशिक्षु आरक्षी की मानें तो छुट्टी के बाद ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए उन्होने आरोपी शुत्रघ्न सिंह को फोन किया। इसपर उन्होने कहा कि, मैं तुम्हे देखना चाहता हूं कि, छुट्टी से वापस आई हो की नहीं। इसपर जब पीड़िता आरोपी के रुम में पहुंची तो उसके साथ छेड़छाड़ किया गया। पीड़िता ने इस बाबत लिखित शिकायत एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के कार्यालय में की। एसएसपी ने मामले में तत्काल संज्ञान लेते हुए आरोपी को निलंबित कर दिया है।

ये भी पढ़ें:बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के ‘बुढ़िया’ वाले बयान पर मचा घमासान, पढ़ें किसने क्या कहा?

झारखंड पुलिस पर दाग़

झारखंड में नई सरकार आने के बाद राज्य के डीजीपी को बदलकर एमवी राव को ज़िम्मेदारी दी गई है। शुरुआती दिनों से ही राज्य के पुलिस मुखिया महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता में बताते आ रहे हैं। अपने हर प्रेस कांफ्रेंस में डीजीपी ने पुलिस को पब्लिक फ्रेंडली बनाने का दावा किया है। हालांकि, पुलिस लाइन में घटी घटना पुलिस विभाग के अंदर की सच्चाई को बयान करता है। ऐसे में पुलिस विभाग को भी अपने महिला सहयोगियों के लिए अनुकूल वातावरण बनाने की आवश्यकता है। इस बीच आरोपी जमादार को भले ही निलंबित कर दिया गया हो लेकिन महिला पुलिसकर्मियों की सुरक्षा को पुख्ता करने की ज़रूरत है। साथ ही महिला पुलिस जवानों को उनकी सुरक्षा को लेकर आश्वस्त करने की भी आवश्यकता है।

रिपोर्ट- शाहनवाज़

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News