Cyclone Nivar: 120 KM की रफ्तार से चल सकती हैं हवाएं, बस-ट्रेन सेवाएं निलंबित
एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने नई दिल्ली में बताया कि चक्रवात से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यो के लिए 30 टीमें गठित की हैं। जिसमें से 12 टीमों की पूर्व तैनाती कर दी गई है तथा 18 टीमों को तैयार (स्टैंडबाय) रखा गया है।
चेन्नई: तमिलनाडू में भीषण तूफान ‘निवार’ के खतरे को देखते हुए मंगलवार से अगले आदेश तक सात जिलों में अंतर जिला बस सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं।
इसके साथ ही कुछ जिलों में ट्रेनें भी आंशिक या पूरी तरह कैंसिल कर दी गई हैं। आने वाले तूफान को मद्देनजर रखते हुए आंध्र प्रदेश में भी प्रमुख विभागों को तटीय एवं रायलसीमा क्षेत्रों के अधिकांश जिलों में अगले तीन दिनों में भारी बारिश की चेतावनी के बाद हाई अलर्ट पर रखा गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 25 नवम्बर को बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दाब के कारण भीषण चक्रवात निवार के तमिलनाडु तट से टकराने की संभावना है। इस बात का भी अंदेशा जताया जा रहा है कि इस दौरान 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती हैं।
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राज्य सरकार ने की समीक्षा बैठक
राज्य सरकार ने चक्रवात के खतरे से निपटने के लिए समीक्षा बैठक की। जिसमें जिला प्रशासनों को तत्पर और तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।
सीएम के. पलानीस्वामी ने एक समीक्षा बैठक कर अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगियों तथा अधिकारियों को पूरी तरह सतर्क रहने और एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। पुडुकोटई, कुड्डालोर, नागपट्टनम, तंजावुर, विल्लुपुरम व चेंगलपट्टु जिलों खासतौर पर पहले से तैयार रहने को कहा गया है।
भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) की ओर से बताया गया है कि ते चक्रवात निवार तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों से 25 नवंबर को दोपहर करईकाल तथा मामल्लापुरम के बीच 100-110 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से टकरा सकता है और इसकी गति बढ़कर 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है।
इस तूफान के अगले 24 घंटे में और तीव्र होने का अंदेशा है। बंगाल की खाड़ी में दक्षिण पश्चिम तथा दक्षिण पूर्व में बना निम्न दाब सोमवार को 11.30 बजे पुडुचेरी से 520 किलोमीटर पूर्व- दक्षिणपूर्व तथा चेन्नई से 560 किलोमीटर दक्षिणपूर्व में स्थित था और यह 11 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ रहा है।
बता दें कि चक्रवात के असर से तमिलनाडु और पुडुचेरी में 24 से 26 नवंबर तक भारी बारिश हो सकती है। इस कारण नागपट्टनम जिले में हाई अलर्ट जारी किया गया है तथा मछुआरों को 26 नवंबर तक समुद्र में जाने पर रोक लगा दी गई है।
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किसी भी स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ तैनात
इस बीच एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने नई दिल्ली में बताया कि चक्रवात से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यो के लिए 30 टीमें गठित की हैं। जिसमें से 12 टीमों की पूर्व तैनाती कर दी गई है तथा 18 टीमों को तैयार (स्टैंडबाय) रखा गया है।
किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए एनडीआरएफ की छह टीमें कुड्डुलोर में तथा दो टीमें चेन्नई में जरूरी उपकरणों के साथ तैनात की जा रही हैं।
राजस्व मंत्री आरबी उदयकुमार तथा बिजली मंत्री थंगमणि ने आशंकित आपदा से निपटने की तैयारियों पर संतोष जताया है। उन्होंने कहा कि सभी जरूरी इंतजाम कर लिए गए हैं तथा राहत शिविरों में कोरोना प्रोटोकॉल का ध्यान रखा जा रहा है।
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