तबाही मचा देंगे ये: देश में निर्मित इन हथियारों को देख दुश्मनों के उड़ जाएंगे होश

11वें डिफेंस एक्सपो का आयोजन 5 से 8 फरवरी 2020 तक किया जाएगा। इस डिफेंस एक्सपो में विश्व के अत्याधुनिक हथियारों का प्रदर्शन किया जाएगा।

Update: 2019-11-13 11:04 GMT

लखनऊ: सरकार ने डिफेंस एक्सपो-2020 की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके लिए यूपी सरकार के मंत्री सतीश माहाना की अध्यक्षता में बैठक किया गया। इस बैठक में अपर प्रमुख सचिव गृह अवनीश अवस्थी और सेना से जुड़े अधिकारी भी मौजूद रहे।

11वें डिफेंस एक्सपो का आयोजन 5 से 8 फरवरी 2020 तक किया जाएगा। इस डिफेंस एक्सपो में विश्व के अत्याधुनिक हथियारों का प्रदर्शन किया जाएगा। आयोजन की थीम 'भारत: उभरता हुआ रक्षा विनिर्माण केंद्र' रखी गई है। जानकारी के अनुसार इस प्रोग्राम में देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे।

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इसके लिए सेना के अधिकारियों के साथ बैठक कर प्लान तैयार किया गया है। जिसमें देश को अत्याधुनिक हथियारों को लेकर सेना का उत्साह बढ़ाने और दुश्मन से निपटने के​ लिए जवानों का मनोबल बढ़ाने की पूर्णत: तैयारी की गई है।

जहां एक तरफ केंद्र सरकार द्वारा अत्याधुनिक ​हथियार राफेल जैसा विमान सेना में शामिल करने को लेकर विवा छिड़ा हुआ है, वहीं देश में बन रहे अत्याधुनिक हथियारों को सेना को सौंपकर दुश्मन देशों के छक्के छुड़ाने का काम कर रही है। तो आइए बताएं कि देश में कौन-कौन से ​हथियार बनाए गए हैं।

AK-47 राइफल

बता दें कि उत्तर प्रदेश के अमेठी में AK-47 कलाश्निकोव राइफल बनाने वाली फैक्ट्री का उद्घाटन इंडो-रूस राइफल प्राइवेट मिटेड भारत की आयुध फैक्टरी और रूस के प्रतिष्ठान का जॉइंट प्रोजेक्ट है। जिसमें हर साल 7.47 लाख कलाश्निकोव राइफल बनाई जाएगी।

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नाग मिसाइल:

300 करोड़ रुपए भारत की ओर से डेवलप यह एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल बेहद खास है। इसकी खासियत ये है कि मिसाइल हमले के बाद खुद को छुपा लेती है। यह हवा और जमीन से दुश्‍मन के टैंक को तबाह करने में सक्षम है। इस मिसाइल को विकसित करने में करीब 3 अरब रुपए की कास्‍ट आई है। यह मिसाइल 4 किमी तक मार कर सकती है।

धनुष तोप:

भारत की ओर से विकसित की गई 14 करोड़ रुपए की लागत से बनी इस तोप में 45 कैलिबर गन होते हैं। यह तोप करीब 38 किलोमीटर दूर तक मार कर सकती है। यह 15 सेकेंड में 3 राउंड की फायरिंग कर सकती है।

पिनाक रॉकेट लॉन्चर:

5.8 लाख रुपए की लागत से बना भारत द्वारा निर्मित किया गया यह रॉकेट लॉन्चर बेहद घातक है। इसकी मारक क्षमता करीब 65 किमी है। इसकी मदद से 44 सेकेंड में 12 रॉकेट दागे जा सकते हैं। यह एक समय में करीब 4 किमी के दायरे में हमले कर सकती है।इसका निर्माण 1998 से किया जा रहा है।

ध्रुव हेलीकॉप्टर:

40 करोड़ रुपए भारत द्वारा तैयार किया गया यह एक आधुनिक मल्टीपर्पज हेलीकॉप्टर है। इसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने विकसित किया है। मौजूदा समय में इसका इस्तेमाल तीनों सेनाओं के अलावा बीएसएफ की ओर से किया जाता है। ये हेलीकॉप्टर 20 हजार फीट की ऊंचाई के साथ यह एक बार में यह 800 किमी का सफर तय कर सकता है।

आकाश मिसाइल:

1 हजार करोड़ की लागत से बना जमीन से हवा में मार करने वाली मिडिल रेंज की इस मिसाइल है। यह मिसाइल सिस्टम किसी एयरक्रॉफ्ट पर 30 किमी दूर से ही निशाना साध सकता है। साथ ही यह फाइटर जेट, क्रूज मिसाइल और जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल के हमले को नाकाम करने में भी सक्षम है।

अर्जुन टैंक:

55 करोड़ रुपए से बनी इस टैंक को भी दुनिया के कई देशों के टैंक के मुकाबले काफी मजबूत बनाया गया है। इसमें 120 एमएम की राफइल लगी है। 14000 एचपी के इंजन के साथ यह टैंक किसी भी भारतीय परिस्थिति में मूव करने में सक्षम है। यह टैंक 1974 से भारतीय सेना में अपनी सेवा दे रहा है।

अग्नि-5:

2500 करोड़ रुपए भारत की यह सबसे आधुनिक मिसाइल है। यह 5500 किमी तक मार कर सकती है। साथ ही इसे सड़क और रेल के जरिए कहीं भी ले जाया जा सकता है।

तेजस फाइटर जेट:

160 करोड़ रुपए भारत की ओर से डेवलप यह एक मात्र जेट फाइटर है। यह भारतीय वायुसेना में जल्द ही मिग-21 और मिग-27 की जगह लेगा। यह हवा से हवा और हवा से जमीन पर मिसाइल दागने में भी सक्षम है। साथ ही इसमें बेहद आधुनिक रडार सिस्टम में भी लगा है।

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