Political News: विपक्षी एकजुटता पर देवगौड़ा का तंज, कौन पार्टी ऐसी जिसने भाजपा से हाथ नहीं मिलाया, नीतीश कुमार को घेरा

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से विपक्षी एकजुटता के लिए किए जा रहे प्रयासों के संबंध में पूछने पर देवगौड़ा ने कहा कि देश में कौन सी पार्टी ऐसी है जिसने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा के साथ हाथ नहीं मिलाया।

Update:2023-06-08 09:57 IST
Deve Gowda Nitish Kumar (photo: social media )

Political News: देश में इन दिनों 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी दलों की एकजुटता की दिशा में जोरदार प्रयास किए जा रहे हैं। इस बीच पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल सेक्युलर के मुखिया एच डी देवगौड़ा ने विपक्षी एकजुटता पर करारा तंज कसा है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से विपक्षी एकजुटता के लिए किए जा रहे प्रयासों के संबंध में पूछने पर देवगौड़ा ने कहा कि देश में कौन सी पार्टी ऐसी है जिसने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा के साथ हाथ नहीं मिलाया।

देवगौड़ा का यह बयान नीतीश कुमार और विपक्ष के अन्य नेताओं पर करारा तंज माना जा रहा है। विपक्षी दलों की एकजुटता की मुहिम में जल्द ही पटना में बड़ी बैठक होने वाली है। पहले यह बैठक 12 जून को होने वाली थी मगर अब यह बैठक 23 जून को करने की तैयारी है। ऐसे में देवगौड़ा ने बड़ा बयान देते हुए नीतीश कुमार और अन्य विपक्षी दलों को आईना दिखाया है।

विपक्ष के अन्य दलों को घेरा

विपक्षी दलों को एकजुट किए जाने के लिए किए जा रहे प्रयासों से जनता दल सेक्युलर ने किनारा कर लिया है। देवगौड़ा की अगुवाई वाली यह पार्टी विपक्षी दलों के मोर्चे में शामिल होने के लिए तैयार नहीं है। इस बीच देवगौड़ा ने बड़ा सवाल करते हुए कहा कि मुझे किसी भी ऐसे दल का नाम बताइए जिसने भाजपा से हाथ नाम मिलाया हो।

उन्होंने कहा कि इसके बाद ही मैं विपक्षी एकता के संबंध में कोई बातचीत करूंगा। उन्होंने कहा कि सभी पार्टियां प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से भाजपा से हाथ मिला चुकी हैं या मिलाने की कोशिश में जुटी हुई हैं। उन्होंने कहा कि यहां तक कि कांग्रेस पार्टी के कुछ नेता भी इनमें शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों की गोलबंदी का कोई मतलब नहीं रह जाता।

पंचायत चुनाव के बाद होगा फैसला

देश में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में जनता दल सेक्युलर के भाजपा से हाथ मिलाने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। भाजपा नेता एनडीए का कुनबा और बढ़ाने की कोशिश में जुटे हुए हैं और इस सिलसिले में कर्नाटक में दोनों दलों के बीच तालमेल की संभावना है। कर्नाटक में हाल में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल करते हुए भाजपा और जद एस को बैकफुट पर धकेल दिया था। अब दोनों दल हाथ मिलाकर कांग्रेस को पटखनी देना चाहते हैं।

पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि कर्नाटक में जल्द ही जिला पंचायत, तालुक पंचायत और बीबीएमपी के चुनाव होने वाले हैं। उन्होंने कहा कि इन चुनावों में पार्टी पूरी दमदारी के साथ हिस्सा लेगी और चुनाव नतीजों के आधार पर ही लोकसभा चुनाव के संबंध में फैसला किया जाएगा।

नीतीश कुमार को दिया झटका

देवगौड़ा ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव के संबंध में अभी तक हमने कोई फैसला नहीं किया है। उन्होंने कहा कि पहले हमें स्थानीय निकाय चुनाव में पार्टी को मजबूत बनाने की कोशिश करेंगे और उसके बाद ही 2024 के संबंध में कोई फैसला लिया जाएगा। उन्होंने अगला लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावना से साफ तौर पर इनकार किया। उन्होंने कहा कि मेरी उम्र 91 साल हो चुकी है और ऐसे में मैं अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा।

देश में विपक्षी दलों की एकजुटता के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन दिनों जोरदार अभियान छेड़ रखा है। वे भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने की कोशिश में जुटे हुए हैं और ऐसे में देवगौड़ा का बयान विपक्षी दलों के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। देवगौड़ा के बयान से साफ हो गया है कि वे 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों के इस मोर्चे में शामिल नहीं होंगे। इसे विपक्ष के लिए बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है।

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