धनबाद में बेरहमी से हत्या, पत्नी और दो मासूम बेटियों के सामने पिता पर भुजाली से ताबड़तोड़ वार कर उतारा मौत के घाट
Dhanbad: हत्यारों नें दोनों मासूम बच्चियों के सामने पिता पर ताबड़तोड़ वार कर रहे थे। इसके बाद जब वह मर गया तो उसपर बंम फेंक कर चले गए। हांलाकि बम फटा नहीं। जिन बच्चियों नें अभी तक ठीक से दुनियां भी नहीं देखी है, इस प्रकार के खौफनाक नजारा उनके जहन में बैठ गया। जीवनभर जख्म देता रहेगा।
Dhanbad: झारखंड के धनबाद से बर्बरतापूर्ण हत्या की घटना सामने आई है। घटना झरिया के सिंह मोहल्ले की है। हत्यारों नें धनंजय यादव को उसके घर में घूसकर उसकी मासूम बच्चियों के सामने ही बेरहमी से धारदार हंथियार से ताबड़तोड़ हमला कर हत्या कर दी। घटना के बाद कमरे में हर तरफ खून फैल गया। दोनों बच्चियां डरी सहमी पलंग पर बैठी थी और फर्स पर पिता का शव पड़ा था। यह नजार देख लोगों का रूह कांप गया। आसपड़ोस के लोगों के भी आंसू नहीं रुक रहे थे। सभी का कहना था कि इस बर्बरतापूर्ण घटना को अंजाम देने वाले हैवानों फांसी होनी चाहिए। पुलिस अपना फर्ज निभाते हुए हत्यारों पर जल्द से जल्द उचित कार्रवाई करे नहीं तो फिर खून बहेगा।
हत्यारों को देखती रही मासूम
हत्यारों नें दोनों मासूम बच्चियों के सामने पिता पर ताबड़तोड़ वार कर रहे थे। इसके बाद जब वह मर गया तो चले गए, जिन बच्चियों नें अभी तक ठीक से दुनियां भी नहीं देखी है, इस प्रकार के खौफनाक नजारा उनके जहन में बैठ गया। जीवनभर जख्म देता रहेगा।
सबसे पहले सात हत्यारे कमरे में घुसे। सब हंथियार से लैश थे। किसी के हांथ मे चाकू था तो किसी के हांथ में पिस्टल। मासूमों को इस तरह की घटना का अंदाजा भी नहीं था। वो हत्यारों को टकटकी लगाए देख रही थी। उसी समय हत्यारे पिता पर कहर बनकर टूट पड़े। भुजाली से धनंजय के शरीर पर वार करने लगे। यह खौफनाक नजारा देख बच्ची रोने लगी। थोड़ी ही देर में पिता की लहूलूहान शरीर जमीन पर गिर पड़ा। शरीर से लगातार खून बह रहा था। बच्ची ये नजारा देख और तेजी से रो पड़ी।
पत्नी और बेटियों की जिंदगी के लिए खुद को कर दिया कुर्बान
जब हत्यारे घर में घुसे उस समय धनंजय भोजन कर रहा था। दरवाजा खटाखटाया। पत्नी ने जैसे ही दरवाजा खोला असलहे से लैश हत्यारे घर में घुस आए। पस्टल दिखाकर पत्नी के गर्दन पर भुजाली रख दी। धनंजय से कहा कि यदि उसने विरोध किया तो उसके पत्नी और दोनों बेटियों को जान से मार देंगे।
धनंजय ने हत्यारों के सामने हांथ जोड़कर परिवार को छोड़ देने के लिए गिड़गिड़ाने लगा। उसने कहा कि हमे मार दो लेकिन पत्नी और बच्चों को बख्स दो। इसके बाद हत्यारों ने धनंजय पर भुजाली से वार करना शुरू कर दिए।
इसके बाद दो हत्यारों ने धनंजय को गोली मार दी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद भी अपराधियों ने जाते-जाते धनंजय के शरीर पर बंम भी फेंका। लेकिन वह फटा नहीं। नहीं तो परिवार की भी जान जा सकती थी। भाभी ने विरोध किया तो पिस्टल के बट से वार कर सर फोड़ दिया।
वर्चस्व में बह रही खून की नदियां
स्थानीय लोगों के अनुसार जनवरी में धनंजय और रामबाबू धिक्कार के गुटों में टकराव हुआ था। जिसके चलते धनंजय के दोस्त निरंजन को दूसरे गुट के लोगों ने काट दिया था। इस घटना के दूसरे दिन ही धनंजय के घर के सामने भी गोली चली थी। इस घटना में एक महिला जख्मी भी हुई थी। इसके बाद भी पुलिस सक्रिय नहीं हुई।
इसके बाद से रामबाबू की तलाश जारी है लेकिन अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। सिंह नगर में कोयले की चोरी का खेल धड़ल्ले से चल रहा है। इस धंन्धे में वर्चस्व को लेकर अलग-अलग गुटों में आएदिन भिड़ंत होती है और खून बहाया जाता है। इसके बावजूद शासन प्रशासन शांत बैठी रहती है।