केदारनाथ का सबक: राज्य सरकार सेटेलाइट के माध्यम से कराएगी इसकी स्टडी

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि 18 सितंबर को बहुत बड़ी कॉन्फ्रेंस करने जा रहे हैं जिसमें वाडिया इंस्टीट्यूट और यूसेक को लेकर सेटेलाइट के जरिए पूरा अनुसंधान किया जाएगा, कि जहा-जहा शिखर, तालाब है उन सबका स्टडी हो, ताकि 2013 की त्रासदी का पुनरावृत्ति न हो सके, इसको भी सुनिश्चित किया जाएगा।

Update: 2023-04-20 14:59 GMT

उत्तराखंड: साल 2013 में केदारनाथ घाटी में आयी भीषण आपदा से सबक लेते हुए राज्य सरकार, 6 साल बाद एक बड़ी पहल करने जा रही है जिसके तहत प्रदेश में आपदा की पुनरावृत्ति न हो इसको लेकर प्रदेश के सभी शिखरों और तालाबो का सेटेलाइट के जरिए स्टडी की जाएगी। गौरतलब है कि साल 2013 में आयी त्रासदी से केदार घाटी समेत तमाम क्षेत्र प्रभावित हो गए थे। यही नही इस आपदा से हजारों लोगों की जाने भी चली गयी थी।

ये भी देखें : 27000 सस्ता iPhone! तुरंत खरीद लें, कभी भी हो सकता है महंगा

वहीं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि 18 सितंबर को बहुत बड़ी कॉन्फ्रेंस करने जा रहे हैं जिसमें वाडिया इंस्टीट्यूट और यूसेक को लेकर सेटेलाइट के जरिए पूरा अनुसंधान किया जाएगा, कि जहा-जहा शिखर, तालाब है उन सबका स्टडी हो, ताकि 2013 की त्रासदी का पुनरावृत्ति न हो सके, इसको भी सुनिश्चित किया जाएगा।

सतपाल महाराज, पर्यटन मंत्री

जहां एक ओर राज्य सरकार, आपदा की पुनरावृत्ति ना हो इसको लेकर एक बड़ी पहल करने जा रही है तो वही दूसरी ओर चारधाम की यात्रा को लेकर विपक्ष के कई सवाल खड़े कर दिए है। कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने राज्य सरकार पर सवाल खड़ा करते हुए बताया कि वर्तमान समय में चारधाम यात्रा के बारे में चर्चा तक नहीं किया जा रहा है और आज यात्रा है ही कहां? क्योंकि बद्रीनाथ धाम का रास्ता समाप्त है।

केदारनाथ धाम का रास्ता रुद्रप्रयाग से आगे खतरनाक बना हुआ है। यही नही हर धाम की यात्रा रुकी हुई है। लेकिन किसी को भी यात्रा के बारे में चिंता नही है। और चारधाम यात्रा के बारे न कोई पूछ रहा है और ना ही कोई बता रहा है। साथ ही बताया कि पूरे प्रदेश के अंदर इस समय स्थिति बहुत असामान्य है। यही वजह है कि कांग्रेस पार्टी चारधाम यात्रा के बारे में ज्यादा नही बोलती है कि कहीं इससे चारधाम यात्रा प्रभावित ना हो जाए।

जहां-जहां लैंडस्लाइड की घटना हो रही है वहां जेसीबी की व्यवस्था हो

ये भी देखें : 27000 सस्ता iPhone! तुरंत खरीद लें, कभी भी हो सकता है महंगा

क्योकि चारधाम यात्रा उत्तराखंड की लाइफ लाइन है, इसके साथ ही बाहर से आने वाले यात्रियों में दहशत का माहौल पैदा ना हो जाए, जिससे यात्री यहां आना ना बंद कर दे।

वहीं चारधाम की व्यवस्थाओं के सवाल पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि चारधाम की सड़कें बननी चाहिए और मजबूत होनी चाहिए। जहां-जहां लैंडस्लाइड की घटना हो रही है वहां जेसीबी की व्यवस्था हो ताकि तत्काल प्रभाव से मार्गों को खोला जा सके। और पहाड़ों पर स्वास्थ्य सुविधाएं भी मिल सकें। साथ ही बताया कि बरसात की वजह से काफी कुछ नुकसान हो गया है, इसको ठीक किया जाएगा। हालांकि वर्तमान समय में चारधाम यात्रा चल रही है। और सिचाई विभाग को व्यवस्थाएं दुरुस्त करने की हिदायत दी गयी है।

Tags:    

Similar News