Lok Sabha Election 2024: मौसम चुनाव का–हेलीकाप्टरों की डिमांड और किराये आसमान पर
Lok Sabha Election 2024: जैसे-जैसे पांच राज्यों में चुनाव और अगले साल लोकसभा चुनाव का समय नजदीक आता जा रहा है, हेलीकाप्टरों और चार्टर्ड विमानों की डिमांड तेजी पकड़ी जा रही है। चुनावी रैलियों के लिए चार्टर हेलीकॉप्टरों की मांग हाल के हफ्तों में अभूतपूर्व ऊंचाई पर पहुंच गई है।
Lok Sabha Election 2024: जैसे-जैसे पांच राज्यों में चुनाव और अगले साल लोकसभा चुनाव का समय नजदीक आता जा रहा है, हेलीकाप्टरों और चार्टर्ड विमानों की डिमांड तेजी पकड़ी जा रही है। चुनावी रैलियों के लिए चार्टर हेलीकॉप्टरों की मांग हाल के हफ्तों में अभूतपूर्व ऊंचाई पर पहुंच गई है।
हेलीकॉप्टर किराये की दरें भी आसमान छू रही हैं, उद्योग के अंदरूनी सूत्रों ने 25 से 50 प्रतिशत की वृद्धि की सूचना दी है। माना जा रहा है कि डिमांड और किराये में अगले महीनों में 3 गुना तक बढ़ोतरी हो सकती है। अभी चेन्नई में हेलीकॉप्टर का एक घंटे का किराया साढ़े 4 लाख और हैदराबाद में 6 से पौने 8 लाख तक चल रहा है। इस उछाल का कारण देश में हेलीकाप्टरों की सीमित उपलब्धता भी है। फिलहाल सबसे ज्यादा डिमांड भाजपा से हेलीकॉप्टर की हो रही है। वहीं, क्षेत्रीय दलों की ओर से भी अपने नेताओं के लिए हेलीकॉप्टर रिजर्व किए गए हैं।
टाइम बचे और भौकाल अलग
भारत में चुनाव प्रचार के लिए हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल राजनेताओं के लिए कोई नई बात नहीं है। हेलीकॉप्टरों को अक्सर स्टेटस सिम्बल और सम्मान के प्रतीक के रूप में देखा जाता है और पहले इसका इस्तेमाल किसी राजनीतिक व्यक्ति की शक्ति और महत्व को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में हेलीकॉप्टर को लेकर एक क्रेज रहता है। चुनाव प्रचार के दौरान हेलीकॉप्टर देखने के लिए लोग ज्यादा उत्साहित रहते हैं। ऐसे में इन्हें देखने के लिए भी हजारों की भीड़ जुटती है। इस कारण से भी पार्टी के बड़े नेता हेलीकॉप्टर के जरिए चुनावी सभाओं में पहुंचते हैं। इसके अलावा हेलीकाप्टरों का इस्तेमाल कम समय में ज्यादा से ज्यादा रैलियां और सभाएं करने के उद्देश्य से किया जाता है। यही नहीं, दूरदराज और ग्रामीण इलाकों तक सड़क से यात्रा करना और मतदाताओं तक पहुंचना कभी-कभी असंभव हो जाता है। हेलिकॉप्टरों के साथ, यह अब कोई बाधा नहीं है।
क्या हैं दाम
अलग-अलग सीटों वाले हेलीकॉप्टरों और मिनी विमानों की प्रति घंटे की कीमत दरें अलग-अलग हैं। कुछ महीनों पहले तक जहां 2 सीटों वाले हेलीकॉप्टर की कीमत 2.1 लाख रुपये थी, वहीं 4 सीटों वाले हेलीकॉप्टर की कीमत 2.3 लाख रुपये ली जा रही थी। 6 सीटर मिनी प्लेन की कीमत 2.6 लाख रुपये और 8 सीटर मिनी प्लेन की कीमत 3.5 लाख रुपये थी और 13 सीटों वाले मिनी-प्लेन की कीमत प्रति घंटा 4 लाख रुपये है। हेलीकाप्टर रेंटल कम्पनी बद्री हेलीकाप्टर की वेबसाइट के मुताबिक भारत में सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर का प्रति घंटा किराया 65000 रूपये से 115,000 रूपये है जबकि ट्विन इंजन हेलीकॉप्टर का किराया 1,80,000 रुपये से 2,50,000 रुपये प्रति घंटा है।
रोटरी विंग सोसायटी ऑफ इंडिया के अनुसार देश में 254 चार्टर्ड हेलीकॉप्टर हैं। इनमें 190 रक्षा क्षेत्र, पब्लिक सेक्टर और कॉर्पोरेट के लिए रिजर्व हैं। तुलनात्मक रूप से बताएं तो अमेरिका में 10 हजार चार्टर्ड यानी निजी हेलीकॉप्टर हैं। भारत में हेलीकॉप्टर सेवा प्रदान करने वाली प्रमुख कम्पनियाँ हैं - पवन हंस, ग्लोबल वेक्ट्रा, हेलीगो चार्टर्स, हेरीटेज एविएशन, हिमालयन हेली सर्विसेज, चार्टर फ्लाइट्स एविएशन और बद्री हेलीकाप्टर।
राजस्थान का हाल
राजस्थान में सितंबर के बाद से चार्टेड हेलीकॉप्टर की उड़ानों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जुलाई में 398 उड़ानें हुईं जबकि अगस्त में इनकी तादाद 445 हो गईं। सितंबर महीने में बढ़ कर 945 उड़ान दर्ज की गईं । अक्टूबर महीने में यह आंकड़ा 2000 के करीब पहुंच सकता है। चुनावी महीने नंवबर में इअक्स दुगुना होने का अनुमान है।