रेलवे सभी स्टेशनों पर करने जा रहा ये बड़ा बदलाव, सेहत और पर्यावरण से है कनेक्शन

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि अभी देश के लगभग 400 रेलवे स्टेशनों पर कुल्हड़ में चाय दी जा रही है। भविष्य में हमारी योजना है कि देश के सभी रेलवे स्टेशनों पर केवल कुल्हड़ में ही चाय बेची जाए।

Update: 2020-11-29 12:07 GMT
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि वर्तमान में ज्यादातर रेलवे स्टेशनों पर पेपर के कप में चाय बेची जा रही है, जो स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद ख़तरनाक है।

नई दिल्ली: रेलवे अपने यात्रियों के स्वास्थ्य को लेकर काफी सजग है। इसी के तहत रेलवे ने बड़ा कदम उठाया है। आने वाले दिनों में देश के सभी रेलवे स्टेशनों पर प्लास्टिक के कप नदारद हो जाएंगे।

इनकी जगह केवल कुल्हड़ में ही चाय मिलती दिखेगी। इस बात की जानकारी खुद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को दी है।

उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि अब देश के हर रेलवे स्टेशन पर चाय प्लास्टिक कप के बजाय इको फ्रेंडली कुल्हड़ों में बेची जाएगी।

ये बात उन्होंने राजस्थान के अलवर जिले में ढीगवाड़ा रेलवे स्टेशन पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते वक्त कही।

रेलवे सभी स्टेशनों पर करने जा रहा ये बड़ा बदलाव, सेहत और पर्यावरण से है कनेक्शन (फोटो:सोशल मीडिया)

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अभी 400 रेलवे स्टेशनों पर कुल्हड़ में दी जा रही चाय

पीयूष गोयल ने कहा कि अभी देश के लगभग 400 रेलवे स्टेशनों पर कुल्हड़ में चाय दी जा रही है। भविष्य में हमारी योजना है कि देश के सभी रेलवे स्टेशनों पर केवल कुल्हड़ में ही चाय बेची जाए।

यह पहल प्लास्टिक मुक्त भारत को ध्यान में रखते हुए की गई है। एक ओर जहां कुल्हड़ से पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है। वहीं दूसरी ओर इससे लाखों लोगों को काम भी मिलेगा।

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लालू यादव और राबड़ी देवी (फोटो:सोशल मीडिया)

15 साल पहले लालू यादव ने किया था ऐसा काम

गौरतलब है कि आरजेडी नेता और देश के पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद ने 15 साल पहले रेलवे स्टेशनों पर ‘कुल्हड़’ की शुरुआत की थी, लेकिन प्लास्टिक और पेपर के कपों ने चुपके से कुल्हड़ की जगह पर कब्जा कर लिया।

वर्तमान में ज्यादातर रेलवे स्टेशनों पर पेपर के कप में चाय बेची जा रही है, जो स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद ख़तरनाक भी है। इससे भी ज्यादा चिंताजनक बात ये है कि प्लास्टिक और पेपर के कप पर्यावरण को भी क्षति पहुंचा रहे हैं।

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