EU सांसदों का बयान, आतंकियों को फंडिंग करता है पाकिस्तान, शांतिप्रिय देश है भारत

जम्मू-कश्मीर के दौरे पर गए 23 यूरोपियन सांसदों(EU) ने कहा कि भारत एक शांतिप्रिय देश है और कश्मीर के लोगों को काफी उम्मीदें हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद पर हम भारत के साथ हैं और यह वैश्विक समस्या है।

Update: 2019-10-30 06:28 GMT

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के दौरे पर गए 23 यूरोपियन सांसदों(EU) ने कहा कि भारत एक शांतिप्रिय देश है और कश्मीर के लोगों को काफी उम्मीदें हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद पर हम भारत के साथ हैं और यह वैश्विक समस्या है।

EU सांसदों के प्रतिनिधमंडल ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सांसदों ने आतंकवाद के खिलाफ भारत का पुरजोर समर्थन किया और कहा कि पाकिस्तान से दहशतगर्दों को फंडिंग होती है।

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सांसदों ने कहा कि हमारे इस दौरे को राजनीतिक नजरिए से देखा गया, जो बिल्कुल ठीक नहीं है। हम सिर्फ यहां पर हालात की जानकारी लेने आए थे। अनुच्छेद 370 को इन सांसदों ने भारत का आंतरिक मसला बताया और कहा कि भारत-पाकिस्तान को आपस में बात करनी चाहिए।

यूरोपीय सांसद थेरी मरियानी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मैं करीब 20 बार भारत आ चुका हूं। इससे पहले दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरों में गया था। हमारा लक्ष्य जम्मू-कश्मीर को लेकर जानकारी लेना था।

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उन्होंने कहा कि कश्मीर में स्थितियां अब लगभग सुलझने को हैं। एक सांसद ने कहा कि आतंकवाद वैश्विक समस्या है, जिससे हम सभी लोग जूझ रहे हैं। इस मसले पर हमें भारत का समर्थन करना चाहिए।

सांसदों ने कहा कि हम नाजी लवर्स नहीं हैं, अगर हम ऐसे होते तो हमें कभी चुना नहीं जाता। उन्होंने इस शब्द के इस्तेमाल किए जाने पर आपत्ति भी जताई।

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गौरतलब है कि AIMIM के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने EU सांसदों की तुलना नाजी लवर्स से की थी और उनपर निशाना साधा था।

अनुच्छेद 370 के हटाने पर सांसदों के प्रतिनिधमंडल ने कहा कि यह भारत का आंतरिक मसला है, अगर भारत-पाकिस्तान को शांति स्थापित करनी है तो दोनों देशों को आपस में बात करनी होगी।

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कश्मीर दौरे को लेकर EU सांसदों ने कहा कि हमें वहां रहने का ज्यादा वक्त नहीं मिला, हमे अधिक लोगों से मिलने का समय नहीं मिला। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि वहां न जाने से बेहतर थोड़े समय के लिए जाना ही रहा।

सांसदों ने कहा कि हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में साथ हैं, आतंकवाद का मसला यूरोप के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यूरोपीय संसद में इस रिपोर्ट को नहीं जमा करेंगे।

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