किसान आंदोलन Live: बागपत के 60 किसान कृषि मंत्री से मिले, हल्ला बोल जारी

किसानों के आंदोलन के बीच सरकार की ओर से किसानों को एक और चिट्ठी लिखी गई है। कृषि मंत्रालय द्वारा लिखी गई चिट्ठी में कहा गया है कि सरकार किसानों की हर मांग पर चर्चा करने के लिए तैयार है।

Update: 2020-12-24 05:50 GMT

नई दिल्ली: देशभर के किसान केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ 29 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं। किसान अपनी मांगों को लेकर क्रमिक भूख हड़ताल पर हैं, जिसमे हर दिन 11 किसान उपवास रख कर कृषि कानूनों का विरोध जताते हैं। आज भूख हड़ताल का चौथा दिन है। इन सब के बीच राहुल गांधी किसानों के समर्थन में सड़क पर उतर आए और राष्ट्रपति से मिले, इस दौरान प्रियंका गांधी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

किसान आंदोलन LIVE

बागपत के 60 किसान कृषि मंत्री से मिले

दिल्ली में किसान मजदूर संघ, बागपत से जुड़े 60 किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल आज कृषि भवन में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मिला।

कृषि मंत्री से मिले मेरठ क्षेत्र के किसान

गुरुवार दोपहर को कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मेरठ क्षेत्र के किसान मुलाकात करने पहुंचे। लगातार किसान संगठनों के नेता कृषि मंत्री से मुलाकात कर नए कानूनों के समर्थन का ऐलान कर रहे हैं।

कई किसान संगठन कानून का समर्थन कर रहेः कृषि राज्य मंत्री

किसानों के आंदोलन को लेकर कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि भारत सरकार का प्रयास है कि मामले का समाधान हो, वैसे भी हर विभाग का जो समाधान है वह बातचीत से ही हो सकता है और हुआ भी है।

उन्होंने कहा कि किसान संगठनों की लंबे समय से जो मांगें थी उसी के अनुसार कानून पारित किया गया। हम तो यह चाहते हैं कि वार्ता हो और वार्ता के जरिए ही समाधान निकले।

उन्होंने जो बातें रखी थी या जो कही थी उनको हमने लिखित रूप से पत्र में भेजा है। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी या लेफ्ट दल राजनीति कर रहे हैं। देशभर के किसान समर्थन देने के लिए मंत्री के पास आ रहे हैं और वह यह भी कह रहे हैं कि यह कानून किसानों के हित में है अगर इसे वापस ले लिया तो वे आंदोलन करेंगे।

सरकार ने किसानों को फिर लिखी चिट्ठी

किसानों के आंदोलन के बीच सरकार की ओर से किसानों को एक और चिट्ठी लिखी गई है। कृषि मंत्रालय द्वारा लिखी गई चिट्ठी में कहा गया है कि सरकार किसानों की हर मांग पर चर्चा करने के लिए तैयार है। सरकार ने साफ तौर पर कहा है कि अभी भी बातचीत के रास्ते खुले हुए हैं। पूरी चिट्ठी को नीचे पढ़ें।।।

किसान आंदोलन पर खट्टर का बयान

कृषि कानून के मसले पर जारी किसानों के आंदोलन के बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर का एक बयान आया है। मनोहर खट्टर ने कहा कि आजकल हम तमाशा देख रहे हैं, कानून रद्द करने के लिए लोग दबाव बना रहे हैं। खट्टर बोले क्या ये डेमोक्रेसी है, धींगामस्ती नहीं चलेगी। सभ्य तरीके से हर किसी को अपनी बात रखने का अधिकार है।

किसानों का हल्ला बोल जारी

हरियाणा के कुरुक्षेत्र में किसानों ने रिलायंस से जुड़ी दुकानों को बंद करवा दिया है। इसके अलावा पटियाला के रसूलपुर गांव में किसानों ने जिओ मोबाइल टावर की बिजली काट दी है।

किसान संगठनों ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस

आंदोलन को लेकर गुरुवार को किसान संगठनों द्वारा डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। प्रेस कॉन्फ्रेंस की बड़ी बातें।।

-दो साल पहले सरकार की मंशा पर शक हुआ था, लेकिन कोरोना काल में नया कानून लाया गया। देशभर में आंदोलन है, लेकिन पंजाब अगुवाई कर रहा है।

-मोदी सरकार ने सभी सरकारी संपत्ति को प्राइवेट हाथों में दे दिया है, कृषि के साथ भी यही किया जा रहा है। हम किसी संशोधन नहीं बल्कि कानून वापसी की मांग कर रहे हैं।

-किसी को भी आंदोलन के दौरान हिंसा नहीं करने दी जाएगी, 500 ग्रुप बने हुए हैं। हर किसी की रोज बैठक होती है।

-सिर्फ MSP का विवाद नहीं है, कानूनों की भी बात है। कानून लागू होने से खेती का पूरा सिस्टम बदल जाएगा और किसानों को नुकसान होगा।

-हम अलग-अलग भाषाओं में अपने पैम्फ्लेट निकाल रहे हैं, लोगों को आंदोलन के बारे में बता रहे हैं। हमारी डिजिटल टीम भी अब सोशल मीडिया के जरिए लोगों का समर्थन जुटा रही है।

हिरासत में लिए गए प्रियंका गांधी समेत अन्य कांग्रेस नेताओं को अब रिहा कर दिया गया है।

प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कांग्रेस नेता हिरासत में

कांग्रेस के मार्च को निकालने की इजाजत नहीं दी गई, जिसके बाद प्रियंका गांधी वाड्रा समेत अन्य कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया है। उन्हे दिल्ली के मंदिर मार्ग थाने में रखा गया है।



राहुल समेत तीन नेताओं ने की राष्ट्रपति से मुलाकात

कांग्रेस नेता राहुल गांधी तीन नेताओं के साथ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने पहुंचे हैं। उनसे मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने कहा कि हमने राष्ट्रपति को बताया कि इन कानूनों से किसानों को नुकसान होने वाला है, देश को दिख रहा है कि किसान कानून के खिलाफ खड़ा है। मैं प्रधानमंत्री से कहना चाहता हूं कि किसान हटेगा नहीं, जबतक कानून वापस नहीं होगा तबतक कोई वापस नहीं जाएगा।

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कांग्रेस कार्यालय के बाहर धारा 144, नहीं मिली राहुल को मार्च की इजाजत

राहुल गाँधी और कांग्रेस के राष्ट्रपति भवन तक किये जाने वाले मार्च की इजाजत नहीं मिली है। इसके अलावा कांग्रेस कार्यालय के आस-पास धारा 144 लगा दी गई है। इस के साथ ही राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, भारत के किसान ऐसी त्रासदी से बचने के लिए कृषि-विरोधी क़ानूनों के ख़िलाफ़ आंदोलन कर रहे हैं। इस सत्याग्रह में हम सबको देश के अन्नदाता का साथ देना होगा।

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राहुल गांधी करेंगे राष्ट्रपति भवन तक मार्च

राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल आज राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मुलाकात करने वाला है। दिल्ली स्थित कांग्रेस कार्यालय में दो बसें मंगाई गई हैं, जिससे प्रतिनिधिमंडल में शामिल नेता राष्ट्रपति भवन जाएंगे। वे कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग करेंगे और किसानों के समर्थन में आवाज उठाएंगे।

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