बारिश से तबाही: इन राज्यों में बाढ़ ने किया तांडव, जारी है मौत का सिलसिला

यही नहीं, भारी बारिश के कारण रेल, सड़क और हवाई यातायात भी काफी प्रभावित है। सरकार इससे निपटने के इंतजाम में लगी हुई है। महाराष्ट्र में भी अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है। यह संख्या शुक्रवार को और बढ़ गयी। कोल्हापुर में 34 राहत दल और सांगली में 36 राहत दल काम कर रहे हैं।

Update: 2019-08-10 03:21 GMT

नई दिल्ली: बारिश और बाढ़ का कहर केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र में जारी है। यहां 72 घंटों में हुई बारिश और बाढ़ ने कुल 93 जानें ले ली हैं। केरल में अकेले बाढ़ और बारिश की वजह से 42 लोगों की मौत हो चुकी है। यही नहीं, 40 लोग अभी भी केरल के वायनाड और मलप्पुरम में भूस्खलन के चलते फंसे हुए हैं।

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। सेना और एनडीआरएफ रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई हैं। बता दें, बाढ़ प्रभावित राज्यों के 16 जिलों में 123 रेस्क्यू टीमें फंसे हुए लोगों को मदद पहुंचा रही हैं।

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बता दें, केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र में भीषण बाढ़ आने के बाद यहां की सरकारों ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। ऐसे में सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का ऐलान कर दिया है। भारी बारिश और बाढ़ की वजह से कोच्चि इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रनवे पर काफी पानी भर गया, जिसकी वजह से यहां काफी उड़ानें स्थगित कर दी गईं।

कई राज्य बाढ़ की चपेट में

वैसे केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र अकेले बाढ़ से नहीं जूझ रहे। मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, गोवा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, गुजरात और ओडिशा भी बाढ़ की चपेट में हैं। वहीं, भारतीय मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, इन राज्यों में अगले दो दिन तक भारी बारिश होने की संभावना है। मालूम हो, बाढ़ और भारी बारिश की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

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बाढ़ से की वजह से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित है। इसकी वजह से न सिर्फ जनता की परेशानियां बढ़ गयी हैं बल्कि इसकी वजह से केरल में 28 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा मलप्पुरम में हुए भूस्खलन की वजह से तकरीबन 40 लोग वहां फंसे हुए हैं।

रेल, सड़क और हवाई यातायात हुआ प्रभावित

यही नहीं, भारी बारिश के कारण रेल, सड़क और हवाई यातायात भी काफी प्रभावित है। सरकार इससे निपटने के इंतजाम में लगी हुई है। महाराष्ट्र में भी अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है। यह संख्या शुक्रवार को और बढ़ गयी। कोल्हापुर में 34 राहत दल और सांगली में 36 राहत दल काम कर रहे हैं। इनमें एनडीआरएफ, नौसेना, तटरक्षक बल और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की टीम भी शामिल हैं।

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