फ्रांस का मुस्लिमों पर बड़ा ऐलान: मस्जिदों को करने जा रहा बंद, इनको देश से भगाया

फ्रांस के गृह मंत्री ने कहा कि जिन मस्जिदों के खिलाफ भी सबूत मिले हैं उनको बंद करने की तैयारी शुरू हो गई है। फ्रांस सरकार ने जांच में पाया है कि देश में कुछ जगहों से कट्टरता और अलगाववाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।

Update: 2020-12-04 15:44 GMT
इमैनुएल बोन ने कहा कि चीन जब नियम तोड़ता है, तो हमें बेहद मजबूत और बेहद स्पष्ट होना होगा और हिंद महासागर में हमारी नौसेना की मौजूदगी का मकसद यही है।

पेरिस: आतंकी हमलों के बाद फ्रांस ने मुस्लिम कट्टरपंथियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रहा है। फ्रांस की सरकार की निशाने पर देश की मस्जिदें हैं जिसके बंद करने की तैयारी चल रही हैं। फ्रांस के गृह मंत्री गेराल्ड डेरमैनियन ने बताया कि मस्जिदों की जांच हो रही है। उन्होंने कहा कि कट्टरपंथ को बढ़ावा देने वाले संगठनों पर बैन लगा रहे हैं।

गृह मंत्री ने कहा कि जिन मस्जिदों के खिलाफ भी सबूत मिले हैं उनको बंद करने की तैयारी शुरू हो गई है। फ्रांस सरकार ने जांच में पाया है कि देश में कुछ जगहों से कट्टरता और अलगाववाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।

गृह मंत्री गेराल्ड डेरमैनियन का कहना है कि कुछ मस्जिदों को बंद कर सकते है, क्योंकि ये आतंकवाद को बढ़ा रही हैं। उन्होंनेकहा कि इनकी वजह से अलगाववाद बढ़ रहा है। पेरिस के एक उपनगरीय क्षेत्र में एक मस्जिद को पहले ही सरकार ने 6 महीने के लिए बंद कर दिया है। अक्टूबर में हिस्टी टीचर सैमुअल पैटी की हत्या की गई थी। इनकी हत्या में शामिल आतंकी इसी मस्जिद से जुड़ा था।

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76 मस्जिदों पर है आरोप

फांस सरकार इस समय 76 मस्जिदों के खिलाफ जांच कर रही है। इनमें 16 पेरिस और आसपास के इलाकों में स्थित है। बाकी 60 देश के दूसरे इलाकों में है। एक अनुमान के अनुसार, फ्रांस की कुल जनसंख्या इस समय लगभग 6.50 करोड़ है। इनमें से 7 प्रतिशत मुस्लिमों की संख्या है। देश में कुल 2600 मस्जिदें हैं। सरकार ने तीन साल में कार्रवाई करते हुए तीन मस्जिदों को सरकार ने बंद कर दिया है।

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यूरोप में सबसे ज्यादा मुस्लिम फ्रांस में निवास करते हैं। टीचर की हत्या के बाद राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा था कि इस्लामिक कट्टरता को जड़ से खत्म करना आवश्यक है और उनकी सरकार इसके लिए हर कड़े फैसले लेगी। उन्होंने बताया कि 66 प्रवासियों को "कट्टरता" के शक में देश से निकाल दिया गया है।

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फ्रांस में कई आतंकी हमले

सबसे हिस्ट्री टीचर की हत्या की गई। इसके बाद नीस शहर में तीन लोगों की चाकू से गला रेतकर मार दिया गया है। सरकार और फ्रांस के लोगों का कंट्टरपंथियों के खिलाफ गुस्सा भड़क गया। गृह मंत्री ने कहा कि हर संदिग्ध स्थान की जांच होगी। जहां भी शक होगा, उन्हें बंद कर दिया जाएगा।

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