कोरोना पर सरकार की बड़ी तैयारी, सबसे पहले इनको दी जाएगी वैक्सीन, बन रही लिस्ट

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से एक एडवायजरी जारी की गई है। इसमें जिला और राज्य स्तर पर कोरोना फ्रंट पर काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मचारियों की लिस्ट तैयार करने का कहा गया है। मंत्रालय ने नोडल अधिकारियों को बताया है कि ये लिस्ट कैसे तैयार करना है।

Update: 2020-10-20 18:06 GMT
फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहले कोरोना वैक्सीन दी जाएगी जिनमें नर्स और आशा वर्कर्स को भी शामिल हैं। सरकार ने इसके लिए रणनीति तैयार कर ली है।

नई दिल्ली: कोरोना वायरस से भारत को इन दिनों राहत मिलती नजर आ रही है। कोरोना वायरस के नए मामले में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। करीब तीन महीने में यह पहली बार ऐसा हुआ है। भारत में जुलाई के बाद पहली बार कोरोना के नए मामले बीते 24 घंटे में 50 हजार से भी कम आए हैं।

अब इस बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से एक एडवायजरी जारी की गई है। इसमें जिला और राज्य स्तर पर कोरोना फ्रंट पर काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मचारियों की लिस्ट तैयार करने का कहा गया है। मंत्रालय ने नोडल अधिकारियों को बताया है कि ये लिस्ट कैसे तैयार करना है।

इस लिस्ट में प्राइवेट और सरकारी दोनों अस्पतालों के कर्मचारी शामिल किए जाएंगे। इस लिस्ट को Electronic Vaccine Intelligence Network (E-VIN) पर बनाना है।

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इस एडवायजरी में जानकारी दी गई है कि कर्मचारियों की लिस्ट तैयार करके कैसे इसे COVID Vaccine Beneficiary Management System पर अपलोड किया जाना है। बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कुछ दिनों पहले ही कहा था कि अगले साल की शुरुआत में कोरोना वैक्सीन भारत में बन सकती है। इसी को देखते हुए ये सभी तैयारियां हो रही हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वैक्सीन निर्माण और उसके डिलिवरी सिस्टम पर समीक्षा बैठक की है।

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एक मीडिया रिपोर्ट में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण के पत्र के हवाले से कहा गया कि हेल्थ केयर वर्कर्स की लिस्ट तैयार हो जाती है, तो वैक्सीन आने के बाद लाभांवितों को तलाशना बहुत आसान होगा। फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहले वैक्सीन दी जाएगी जिनमें नर्स और आशा वर्कर्स को भी शामिल हैं। इसके अलावा मेडिकल ऑफिसर्स, एलोपैथिक डॉक्टर्स, टीचिंग और नॉन टीचिंग डॉक्टर्स, आयुष डॉक्टर्स को पहले वैक्सीन दी जानी हैं। ऐसे मेडिकल प्रैक्टिशनर्स की संख्या करीब 20 लाख है।

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इनकी लिस्ट की जाएगी तैयार

इसके साथ ही पैरामेडिकल स्टाफ का भी डेटा तैयार किया जाना है। इनमें सभी तकनीशियन (लैब, ऑपरेशन थियेटर आदि), फार्मासिस्ट्स, फिजियोथेरेपिस्ट्स, वार्ड बॉय, साइंटिस्ट्स, रिसर्चर्स को भी शामिल किया गया है। इसके अलावा सरकार कुछ अन्य कर्मचारियों को भी वैक्सीन देने पर विचार कर रही है।

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