सी-प्लेन सेवा: PM मोदी ने दिखाई ड्रीम प्रोजेक्ट को हरी झंडी, पर्यटन के लिए वरदान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में सी-प्लेन प्रोजेक्ट की गिनती होती है। अब इसे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से जोड़ दिया गया है। ये सी-प्लेन बीते दिन ही मालदीव से कोच्चि पहुंचा था। इसकी शुरुआती सर्विस केवड़िया से अहमदाबाद के बीच में हुई है।
नई दिल्ली: भारत के पहले गृहमंत्री और लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 145वीं जयंती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केवड़िया-साबरमती रिवरफ्रंट सी-प्लेन सेवा का उद्घाटन किया। यह सेवा रोजाना सैलानियों के लिए अहमदाबाद से केवड़िया और केवड़िया से अहमदाबाद के बीच उपलब्ध होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने खुद सी-प्लेन के जरिये केवड़िया से अहमदाबाद तक का सफर किया।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक ये सी प्लेन सेवा शुरू
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर हैं, आज उनका दूसरा दिन है। पीएम मोदी ने केवड़िया में एकता क्रूज का उद्घाटन किया। इसके बाद में उन्होंने इस क्रूज पर सफर किया। प्रधानमंत्री ने इस क्रूज से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक यात्रा की। साबरमती रिवरफ्रंट से केवड़िया में मौजूद स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक ये सी प्लेन सेवा शुरू हुई।
पीएम ने विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान सी प्लेन से की थी यात्रा
प्रधानमंत्री मोदी 2017 में भी गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रचार के आखिरी दिन सी प्लेन की यात्रा करते नजर आए थे। तब प्रधानमंत्री ने साबरमती नदी से मेहसाणा जिले के धरोई बांध तक सी प्लेन का सफर किया था। काफी लोग इस बात के गवाह बने थे, लेकिन अब यही अनूठा सी प्लेन गुजरात में आम होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में सी-प्लेन प्रोजेक्ट की गिनती होती है। अब इसे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से जोड़ दिया गया है। ये सी-प्लेन बीते दिन ही मालदीव से कोच्चि पहुंचा था। इसकी शुरुआती सर्विस केवड़िया से अहमदाबाद के बीच में हुई है। पिछले कुछ दिनों से अहमदाबाद और केवड़िया में सी-प्लेन के लिए जेटी बनाने का काम जारी था और अन्य सभी तैयारियां की जा रही थीं।
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सी-प्लेन- की खासियत, आइए जानते हैं कि सी प्लेन क्या है और क्या खास है इसका उड़ान
-सी प्लेन प्लेन जमीन-पानी दोनों से उड़ान भर सकता है।
-सी प्लेन को पानी और जमीन पर लैंड कराया जा सकता है।
-महज 300 मीटर के रनवे से उड़ान भर सकता है सी प्लेन।
-300 मीटर की लंबाई वाले जलाशय का इस्तेमाल हवाई-पट्टी के रूप में मुमकिन है।
-ये एंफीबियस कैटेगरी का प्लेन होता है।
-सी प्लेन में एक बार में 19 यात्री सफर कर सकेंगे।
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मिनिमम गवर्नमेंट-मैक्सिमम गवर्नेंस
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिविल सर्विस के प्रोबेशनरी अफसरों को भी संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश जिस मोड में काम कर रहा है, उसमें आप सभी ब्यूरोक्रेट्स की भूमिका मिनिमम गवर्नमेंट-मैक्सिमम गवर्नेंस की ही है। ये सुनिश्चित करना है कि नागरिकों के जीवन में आपका दखल कैसे कम हो, सामान्य मानवी का सशक्तिकरण कैसे हो। प्रधानमंत्री ने सलाह देते हुए कहा कि रूल और रोल का संतुलन जरूरी है और दिमाग में बाबू कभी मत आने दीजिए। सरकार शीर्ष से नहीं चलती है। नीतियां जिस जनता के लिए हैं, उनका समावेश बहुत जरूरी है।
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