चंडीगढ़: हरियाणा में 21 अक्टूबर को चुनाव होने वाले हैं और नेता चुनाव प्रचार पर अपना सारा ध्यान लगा रहे हैं। लेकिन जिनके लिए वो सरकार में आना चाहते हैं उन्हीं पर उनका कोई ध्यान नहीं है।
जानकारी के अनुसार, पिछले कुछ महीनों से किसान हरियाणा को अलग-अलग जिलों में धरने पर बैठे हुए हैं। यहां तक की चरखी दादरी जिले में तो धरने पर बैठे पांच किसानों की जान तक चली गई है।
विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन क्या केवल इतना ही काफी है।
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सरकार जिस जनता से वोट देने की अपील कर रही है क्या उस जनता की तरफ ध्यान देना उसकी जिम्मेदारी नहीं है।
हरियाणा किसानों का प्रदेश है, यहां पर किसानों की प्रमुखता सबसे पहले है। एक तरफ तो सरकार किसानों के लिए अनेकों वादे करती है, और दूसरी तरफ किसानों की ऐसी हालत स्थिति की सच्चाई बताती है।
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