Bittu Bajrangi News: जाने असलियत नूंह हिंसा के आरोपी बिट्टू बजरंगी की, इन कांडों से चर्चा में रहा ये
Bittu Bajrangi Criminal History: दंगे के बाद से ही उसके भड़काऊ वायरल वीडियो को लेकर गिरफ्तारी की मांग हो रही थी। बिट्टू बजरंगी को नूंह हिंसा के एक और आरोपी मोनू मानेसर का करीबी बताया जाता है, जो कि फरार चल रहा है।
Bittu Bajrangi Criminal History: नूंह सांप्रदायिक हिंसा के बाद से चर्चा में आए बिट्टू बजरंगी की गिरफ्तारी हो चुकी है। मंगलवार को ही पुलिस उसे फरीदाबाद से गिरफ्तार कर ले गई थी। खुद को कथित गो रक्षक बताने वाला बजरंगी समुदाय विशेष के लिए नफरती बयान देने के लिए कुख्यात है। दंगे के बाद से ही उसके भड़काऊ वायरल वीडियो को लेकर गिरफ्तारी की मांग हो रही थी। बिट्टू बजरंगी को नूंह हिंसा के एक और आरोपी मोनू मानेसर का करीबी बताया जाता है, जो कि फरार चल रहा है।
Bittu Bajrangi का आपराधिक इतिहास
सोशल मीडिया पर समुदाय विशेष के खिलाफ आग उगलने के बावजूद उसकी गिरफ्तारी न होने को लेकर हरियाणा की बीजेपी सरकार विपक्ष के निशाने पर थी। अब जब उसकी गिरफ्तारी हो चुकी है तो हिंदूवादी संगठन विश्व हिंदू परिषद (विहिप) बजरंगी से किसी प्रकार के ताल्लुकात होने की बात को खारिज कर रही है। जबकि विपक्षी सोशल मीडिया पर बजरंगी की संघ के ड्रेस में तस्वीरें और बीजेपी कार्यक्रम मे उसके शामिल होने के फोटोज वायरल कर रहे हैं।
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने बुधवार को इस मामले पर एक बयान जारी कर कहा, राजकुमार उर्फ बिट्टू बजरंगी, जिसे बजरंग दल का सदस्य बताया जा रहा है। उसका बजरंग दल से कोई संबंध नहीं रहा है। वीएचपी ने यहां तक कह दिया कि सोशल मीडिया पर उसके द्वारा डाले गए भड़काऊ पोस्ट को वह सही नहीं मानती है। लेकिन बिट्टू बजरंगी की उन तस्वीरों को वायरल कर रहे हैं, जिसमें वह न केवल भगवा दलों के कार्यक्रम में नजर आ रहा है बल्कि बीजेपी का का भावी उम्मीदवार भी खुद को बता रहा है।
हरियाणा के नूंह में हिंसा भड़काने के आरोपी बिट्टू बजरंगी का रोने वाला वीडियो जमकर हो रहा वायरल.
— Newstrack (@newstrackmedia) August 12, 2023
आपको बता दें कि 1 साल पुराने वीडियो में पुलिस के डर से बिट्टू बजरंगी रो रहा है.#Haryanaviolence #HaryanaMewatViolence #Video pic.twitter.com/5AsVFgghdF
विवादों से रहा है गहरा नाता
हरियाणा के फरीदाबाद में गौ रक्षा बजरंग फोर्स नामक संगठन चलाने वाला बिट्टू बजरंगी सोशल मीडिया पर अच्छी खासी फैन फॉलोइंग रखता है। उसके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर केवल समुदाय विशेष के खिलाफ नफरत नजर आती है। जिसमें वह लगातार उनके विरूद्ध जहर उगलता रहता है। जिहादियों का जीजा जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर वह समुदाय विशेष के खिलाफ अपनी भावना को जाहिर करते रहता है। 31 जुलाई को बृजमंडल यात्रा के दौरान नूंह में भड़की हिंसा की एक बड़ी वजह उसकी भड़काऊ बयानबाजी को भी बताया जा रहा है, जो उसने उस दिन दी हुई थी। इससे पहले भी उसके खिलाफ सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने का मामला दर्ज हो चुका है।
बिट्टू बजरंगी के खिलाफ बीते माह तीन दिन मे तीन केस दर्ज हुए थे। पहला मामला खोरी जमालपुर का है। आरोप है कि यहां के एक मुस्लिम पशुपालक के यहां बजरंगी अपने 50-60 गुर्गों के साथ आ धमका था। उसने गोरक्षा के नाम पर पशुपालक के बाड़े से 60 गाय, 16 बकरी और अन्य मवेशियों को अपने साथ ले गया था। पीड़ित पक्ष की ओर से इस मामले में आरोपी बिट्टू बजरंगी और उसके गुर्गों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था।
दूसरा मामला समुदाय विशेष के खिलाफ हेटस्पीच का है। दरअसल, फरीदाबाद के मुजेसर एरिया में एक किशोरी का यौन शोषण हुआ था। इस मामले में आरोपी समुदाय विशेष का था। आरोप है कि बजरंगी ने इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर आकर भड़काऊ बयानबाजी की थी। वहीं, तीसरा मामला सारन पुलिस थाने में दर्ज हुआ था। ये केस पर्वतीय कॉलोनी चौकी में तैनात एसआई सुरेश ने दर्ज कराया था। आरोप है कि बिट्टू बजरंगी ने बाबा मार्केट के पास सोशल मीडिया पर लाइव आकर खुलेआम समुदाय विशेष के खिलाफ हेट स्पीच दे रहा था।
किस मामले में हुई बिट्टू बजरंगी की गिरफ्तारी
कथित गोरक्षक बिट्टू बजरंगी फरीदाबाद के एक मामले में जमानत पर चल रहा था। उसे 4 अगस्त को कोर्ट से बेल मिली थी। 15 अगस्त को साधे लिबास में आई हरियाणा पुलिस ने उसके ठिकाने से उसे उठा लिया था और धकियाते हुए उसे अपने साथ ले गई थी। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। खबरों के मुताबिक, बिट्टू बजरंगी की गिरफ्तारी उग्र होकर सरकारी काम में बाधा डालने, पुलिस से हथियार छिनने की कोशिश करने और भड़काऊ बयानबाजी के मामले में हुई है। उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट भी लगाया गया है।