घाटी के आतंकियों में भारी बौखलाहट, पोस्टर लगाकर देने लगे ये धमकी
घाटी में सुरक्षा बलों के लगातार जोरदार ऑपरेशन ओं के बाद आतंकी संगठनों में जबर्दस्त बौखलाहट दिख रही है। हाल के दिनों में सुरक्षाबलों ने जोरदार मुहिम चलाकर पांच टॉप कमांडरों सहित तमाम आतंकियों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया है।
अंशुमान तिवारी
नई दिल्ली: घाटी में सुरक्षा बलों के लगातार जोरदार ऑपरेशन ओं के बाद आतंकी संगठनों में जबर्दस्त बौखलाहट दिख रही है। हाल के दिनों में सुरक्षाबलों ने जोरदार मुहिम चलाकर पांच टॉप कमांडरों सहित तमाम आतंकियों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया है। बौखलाहट में आतंकी संगठन अब कश्मीरी लोगों को धमकी देने पर उतर आए हैं। आतंकी संगठन तहरीक उल मुजाहिदीन की ओर से पोस्टर लगाकर लोगों को धमकी दी गई है कि वे गैर कश्मीरियों को अपनी जमीन और मकान न बेचें।
ये भी पढ़ें: दिल्ली में कोरोना संकट से हालात बिगड़े, फिर लिया जा सकता है ये सख्त फैसला
गैर कश्मीरियों को जमीन न बेचने की चेतावनी
पुलिस ने तहरीक उल मुजाहिदीन के पोस्टरों को जब्त करके इस मामले की जांच शुरू कर दी है। पिछले दो दिनों के दौरान श्रीनगर में विभिन्न स्थानों पर आतंकी संगठन की ओर से ऐसे पोस्टर चस्पा किए गए हैं। इन पोस्टरों में गैर कश्मीरियों को मकान, दुकान या जमीन न बेचने की चेतावनी दी गई है।
आरएसएस का एजेंडा नहीं लागू होने देंगे
आतंकियों की ओर से यह भी धमकी दी गई है कि कश्मीरी लोग अपने कारोबार में बाहरी राज्यों के लोगों को न शामिल करें। इसके साथ ही कश्मीर से बाहर के लोगों को धमकी दी गई है कि वे घाटी में हिंदुस्तान और आरएसएस के एजेंडे के तहत प्रवेश न करें। हालांकि हरकत उल मुजाहिदीन को घाटी में मजबूत आतंकी संगठन नहीं माना जाता मगर इससे जुड़े आतंकी दूसरे अन्य आतंकी संगठनों से जुड़कर वारदात को अंजाम देते रहे हैं।
ये भी पढ़ें: उद्योगों पर बिजली के फिक्स चार्ज का भारी बोझ, PM और उर्जा मंत्री से लगाई गुहार
मोदी सरकार के इस कदम से बौखलाए
मोदी सरकार की ओर से जम्मू -कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद आतंकी संगठनों में बौखलाहट दिख रही है। जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम के लागू होने से अब डोमिसाइल के आधार पर ऐसे लोग भी राज्य में जमीन, मकान या दुकान खरीद सकते हैं जो पुश्तैनी तौर पर इस प्रदेश के रहने वाले नहीं हैं। ऐसे लोगों का जम्मू-कश्मीर में कई सालों से रहना भी जरूरी होगा। सरकार के इस कदम से आतंकी संगठनों में नाराजगी दिख रही है। सरकार के इस कदम का विरोध करते हुए आतंकी संगठन धमकी देने पर उतर आए हैं। आतंकी संगठनों के पाकिस्तान में बैठे सरगना भी सरकार के इस कदम से खासे नाराज हैं और इसे रोकने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
ये भी पढ़ें: राशिफल 11 जून: नौकरी और बिजनेस के लिए कैसा रहेगा दिन, जानें होगा कोई चमत्कार
अजय पंडिता की हत्या पर कड़ी प्रतिक्रिया
दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग में कश्मीरी पंडित और सरपंच अजय पंडिता की हत्या पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दिख रही है। देश के विभिन्न हिस्सों से लोगों ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। इस घटना को अंजाम देने में आतंकी संगठन टीआरएफ का नाम सामने आया है।
माना जा रहा है कि कश्मीरी पंडितों की घर वापसी को रोकने के लिए आतंकियों की ओर से यह कार्रवाई की गई है। काफी संख्या में कश्मीरी पंडित अभी तक घाटी में नहीं लौटे हैं और बाहर के विभिन्न स्थानों पर रह रहे हैं। इस बीच सेना के लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू का कहना है कि अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने के बाद घाटी में शांति दिखी है। इस कारण भी आतंकियों में बौखलाहट दिख रही है।
ये भी पढ़ें: कोरोना की जांच में आई तेजी, सबसे ज्यादा टेस्टिंग में इस नंबर पर पहुंचा भारत