कमलनाथ के करीबियों पर आयकर विभाग के छापेमारी में CRPF की भी ली गयी मदद

चश्मदीद सूत्रों के मुताबिक कमलनाथ के पूर्व विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) प्रवीण कक्कड़ के इंदौर के विजय नगर क्षेत्र स्थित घर पर आयकर विभाग ने अलसुबह छापा मारा। इस दौरान कक्कड़ के घर के बाहर सीआरपीएफ का बंदूकधारी जवान पहरा देता नजर आया।

Update:2019-04-07 15:55 IST

इंदौर: आयकर विभाग की छापामार मुहिम में आमतौर पर स्थानीय पुलिस की मदद ली जाती है। लेकिन मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबी लोगों पर रविवार मारे गये छापों के दौरान यहां केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के हथियारबंद जवानों की भी तैनाती देखी गयी।

चश्मदीद सूत्रों के मुताबिक कमलनाथ के पूर्व विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) प्रवीण कक्कड़ के इंदौर के विजय नगर क्षेत्र स्थित घर पर आयकर विभाग ने अलसुबह छापा मारा। इस दौरान कक्कड़ के घर के बाहर सीआरपीएफ का बंदूकधारी जवान पहरा देता नजर आया।

ये भी पढ़ें— राष्ट्रीय जन अधिकार पार्टी (यूनाइटेड) ने ओम प्रकाश सिंह को उतारा मैदान में

सूत्रों ने बताया कि आयकर छापे के दौरान मध्यप्रदेश पुलिस की स्थानीय टुकड़ी को कक्कड़ के घर से करीब 200 मीटर दूर तैनात देखा गया। अधिकारियों ने बताया छापामार मुहिम को आयकर विभाग की दिल्ली इकाई की अगुवाई में बेहद गोपनीय तरीके से अंजाम दिया गया।

उन्होंने बताया कि कक्कड़ के घर के अलावा कम से कम पांच अन्य ठिकानों पर भी आयकर विभाग ने छापे मारे। इनमें मुख्यमंत्री के पूर्व ओएसडी का दफ्तर और उनके करीबी लोगों के परिसर शामिल हैं।लोकसभा चुनावों की बढ़ती सरगर्मियों के बीच मारे गये आयकर छापों में संदिग्ध निवेश के दस्तावेजों के साथ बड़ी मात्रा में नकदी बरामद होने की भी खबरें हैं।

ये भी पढ़ें— गरीबों को 6,000 रूपये महीना देने की बजाय कांग्रेस काम की गारंटी का वादा करे: यूनियन

हालांकि, आयकर विभाग के स्थानीय अधिकारी यह कहते हुए इस बारे में कुछ भी बताने में फिलहाल असमर्थता जता रहे हैं कि छापों की मुहिम की अगुवाई आयकर विभाग की दिल्ली इकाई कर रही है और यही इकाई बरामदगी के बारे में अधिकृत जानकारी दे सकेगी। सरकारी और प्रशासनिक गलियारों में पैठ रखने वाले कक्कड़ का परिवार हॉस्पिटैलिटी समेत विभिन्न क्षेत्रों के कारोबार से जुड़ा है।

कक्कड़, राज्य पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी हैं। उन्हें गत दिसंबर में सूबे में कांग्रेस सरकार के गठन के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ का ओएसडी नियुक्त किया गया था। हालांकि, लोकसभा चुनावों की घोषणा होने से पहले ही कक्कड़ ने अपने इस पद से इस्तीफा दे दिया था। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और रतलाम के निवर्तमान सांसद कांतिलाल भूरिया जब केंद्र की पूर्ववर्ती यूपीए सरकार में मंत्री थे, तब कक्कड़ उनके भी ओएसडी रहे थे।

ये भी पढ़ें— क्या प्रधानमंत्री मोदी में केरल या तमिलनाडु से चुनाव लड़ने का साहस है: शशि थरूर

(भाषा )

Tags:    

Similar News