मोदी सरकार ने एलपीजी सिलिंडर की होम डिलीवरी के नियमों में किया बड़ा बदलाव

Update: 2020-10-17 10:37 GMT
यह सिस्टम कमर्शियल सिलिंडरों पर लागू नहीं होगा। केवल घरेलू काम में इस्तेमाल होने वाले सिलिंडरों पर ही ये व्यवस्था लागू होगी। ये व्यवस्था 100 स्मार्ट शहरों के बाद बाकी शहरों में लागू होगी।

नई दिल्ली: एलपीजी सिलिंडर की होम डिलीवरी को लेकर आज एक बड़ी खबर आई है। अगले महीने से होम डिलीवरी की प्रक्रिया में बड़ा परिवर्तन होने जा रहा है। लोगों को अब 1 नवंबर से गैस सिलिंडर घर पर मंगाने के लिए ओटीपी की आवश्यकता पड़ेगी।

बताया जा रहा है कि कंपनियों की तरह से इस तरह का कदम गैस की चोरी रोकने और सही उपभोक्ताओं की पहचान के लिए उठाया जा रहा है। जिसे Delivery Authentication Code (DAC) नाम दिया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार Delivery Authentication Code (DAC) को सबसे पहले 100 स्मार्ट शहरों में लागू किया जाएगा। जिसे बाद में धीरे-धीरे करके आगे बढ़ाया जाएगा।

एलपीजी सिलेंडरों की फोटो(सोशल मीडिया)

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राजस्थान की राजधानी जयपुर में पहले से ही चल रहा पायलट प्रोजेक्ट

ऐसी भी जानकारी निकलकर सामने आई है कि इसके लिए पहले से ही राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक पायलट प्रोजेक्ट चल रहा है। जिन शहरों में ये व्यवस्था लागू की जाएगी।

वहां पर डीएसी सिस्टम के तहत सिलिंडर की बुकिंग के बाद उपभोक्ता के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक कोड भेजा जाएगा। उस कोड को देखने के बाद ही डिलीवरी पर्सन आपको घर पर सिलिंडर देगा।

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मोबाइल फोन यूज करती लड़की(फोटो:सोशल मीडिया)

इन लोगों की बढ़ेंगी मुसीबतें

बता दें कि 100 स्मार्ट शहरों के बाद इसे दूसरे शहरों में लागू किया जाएगा। यह सिस्टम कमर्शियल सिलिंडरों पर लागू नहीं होगा। केवल घरेलू काम में इस्तेमाल होने वाले सिलिंडरों पर ही ये व्यवस्था लागू होगी।

इस व्यवस्था के लागू होने से उन लोगों को परेशानी होगी जिनका पता या मोबाइल नंबर गलत है। गलत जानकारी के कारण उनके गैस सिलिंडर की डिलीवरी बंद हो सकती है।

अगर उपभोक्ता का मोबाइल नंबर अपडेट नहीं है तो डिलीवरी पर्सन एक ऐप के जरिए इसे रियल टाइम में अपडेट करेगा और कोड जेनरेट करेगा। ऐसे में अब ये देखने होगा किससे क्या वाकई में गैस की कालाबाजारी पर रोक लगाने में मदद मिलती भी है या नहीं।

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