अमित शाह ने दिया ये फोन नंबर! कहा- करें मिस्ड काल और दें जानकारी

जन सभा को संबोधित करते हुए विपक्षी पार्टियों को निशाने पर लेते हुए कहा कि जितना भी भ्रम फैलाना है, फैला लो। लेकिन हम इस कानून पर पीछे नहीं हटेंगे।;

Update:2020-01-03 16:55 IST

नई दिल्ली: सीएए को लागू करने के मुद्दे और हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर अमित शाह ने कहा कि अगर सारी पार्टी एक हो जाएं तो बीजेपी सीएए पर एक इंच भी वापस नहीं आएगी। उन्होंने जन सभा को संबोधित करते हुए विपक्षी पार्टियों को निशाने पर लेते हुए कहा कि जितना भी भ्रम फैलाना है, फैला लो। लेकिन हम इस कानून पर पीछे नहीं हटेंगे। जनसभा में अमित शाह ने लोगों को एक नंबर दिया और कहा कि इस पर मिसकॉल देकर CAA के लिए अपना समर्थन दर्ज कराएं। अमित शाह द्वारा दिया गया नंबर- 8866288662

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कांग्रेस ने किया दुष्प्रचार

बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जोधपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने देश के अंदर नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में जनजागरण अभियान का आयोजन किया है। जिनको वोटबैंक की राजनीति करने की आदत है वही इसका विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने CAA के खिलाफ दुष्प्रचार किया है, जिसकी वजह से देश के हजारों युवा गुमराह हुए। इसी वजह से हम CAA को लेकर जनजागरण कर रहे हैं।

गृह मंत्री बोले कि पाकिस्तान-बांग्लादेश-अफगानिस्तान से जो हिंदू, जैन, बौद्ध, सिख, ईसाई और पारसी अल्पसंख्यक आए, उनकी किसी ने चिंता नहीं की। लेकिन मोदी सरकार ने इस वादे को निभाया।

अमित शाह बोले कि उनको भारत में नागरिकता देने का महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, राजेंद्र प्रसाद, सरदार पटेल समेत सभी नेताओं ने इसका वादा किया था, क्या ये भी सांप्रदायिक थे। कांग्रेस ने वोटबैंक की वजह से कुछ नहीं किया, लेकिन नरेंद्र मोदी 56 इंच की छाती वाले हैं वह किसी से नहीं घबराते हैं।

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डंके की चोट पर कहता हूं कि- शरणार्थियों के अच्छे दिन आ गए हैं

रैली में अमित शाह ने कहा कि आपके (शरणार्थियों) के अच्छे दिन आ गए हैं, क्योंकि अब आप भारत के नागरिक बन गए हैं। विपक्ष कुछ भी कहे लेकिन मैं डंके की चोट पर कहता हूं कि जो आए हैं ये देश उनका भी उतना है, जितना मेरा है। ये नरेंद्र मोदी का शासन है, यहां किसी को डरने की जरूरत नहीं है।

जनसभा में अमित शाह ने कहा कि नागरिकता देकर हम शरणार्थियों को उनके अधिकार दे रहे हैं। नेहरु-लियाकत समझौता का सिर्फ हिंदुस्तान ने पालन किया, पाकिस्तान ने उसका पालन नहीं किया। पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में लगातार हिंदुओं की संख्या कम हो रही है, कांग्रेस ने भले ही अपने पूर्व के नेताओं के वचन पर अमल नहीं किया लेकिन हम करेंगे।

मायावती, अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जो शरणार्थी पड़ोसी मुल्क से यहां आए हैं, उनमें अधिकतर दलित हैं। आप याद रखना कि इसका विरोध करना दलितों का विरोध करना होगा, जिसे देश याद रखेगा। ममता दीदी बताएं कि बंगाली हिंदुओं ने आपका क्या बिगाड़ा है।

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लोगों को लोकतंत्र में गुमराह करना आसान नहीं है

अमित शाह ने कहा कि जो शरणार्थी प्रताड़ित होकर आए हैं, उन्हें यहां पर सम्मान मिलेगा। ममता दीदी से डरने की जरूरत नहीं है, वो सिर्फ अपनी वोटबैंक संभालना चाहती हैं। CAA पारित हुआ तो देश के अंदर दंगे कराए गए, गुमराह किया गया। मैं विपक्षी नेताओं को कहता हूं कि लोगों को लोकतंत्र में गुमराह करना आसान नहीं है, 5 तारीख से बीजेपी वाले 3 करोड़ घरों में जाएगी।

स्वामी चक्रपाणि ने कहा कि ये सावरकर के खिलाफ हास्यास्पद आरोप हैं

सावरकर को लेकर कांग्रेस सेवादल ने जो किताब छापी उसपर अमित शाह ने कहा कि वोटबैंक के लालच की हद होती है, इसके लिए वीर सावरकर का कांग्रेस ने अपमान किया। ये टुकड़े-टुकड़े गैंग देश को बांटने का काम कर रहा है, लेकिन हम इन्हें सफल नहीं होने देंगे।

अखिल भारतीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बारे में विवादित टिप्पणी की है। दरअसल, कांग्रेस सेवादल की किताब में नाथूराम गोडसे और सावरकर के बीच समलैंगिक संबंध का दावा किया गया है। इस पर स्वामी चक्रपाणि ने कहा कि ये सावरकर के खिलाफ हास्यास्पद आरोप हैं। हमने भी सुना है कि राहुल गांधी समलैंगिक हैं।

असल में, मध्य प्रदेश में कांग्रेस सेवादल में की किताब में महात्मा गांधी की हत्या, नाथूराम गोडसे और वीडी सावरकर का जिक्र किया गया है। किताब में दावा किया गया है कि नाथूराम गोडसे और वीर सावरकर के बीच समलैंगिक संबंध थे।

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इन किताबों से मिलता है ब्यौरा

'वीर सावरकर कितने वीर' में कई किताबों के हवाले से तमाम तरह के दावे किए गए हैं। डॉमिनिक लैपिएर और लैरी कॉलिन की किताब 'फ्रीडम एट मिडनाइट' का जिक्र करते हुए इसमें लिखा है, 'ब्रह्मचर्य धारण करने से पहले नाथूराम गोडसे के एक ही शारीरिक संबंध का ब्यौरा मिलता है। यह समलैंगिक संबंध थे। उनका पार्टनर था उनका राजनैतिक गुरु वीर सावरकर।'

सावरकर पर मचे घमासान पर महाराष्ट्र में कांग्रेस की सहयोगी शिवसेना ने भी पार्टी को आड़े हाथों लिया। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, 'वीर सावरकर एक महान व्यक्तित्व थे और हमेशा रहेंगे। एक वर्ग उनके खिलाफ बोलता रहता है जो उनके दिमाग की गंदगी को दिखाता है कि कितना हद तक वे गिर सकते हैं।'

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