महाराष्ट्र: एनडीए से शिवसेना का नाता खत्म, छापेमारी का दौर शुरू
महाराष्ट्र में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से बड़ी कार्यवाई की गयी है। विभाग बीएमसी यानि बृहन्मुंबई महानगर पालिका के ठेकेदारों के 37 ठिकानों पर छापेमारी की है। ऐसा बताया जा रहा है कि आयकर विभाग ने यह कार्रवाई इंटेलिजेंस से मिली जानकारी के बाद की है।
जयपुर:महाराष्ट्र में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से बड़ी कार्यवाई की गयी है। विभाग बीएमसी यानि बृहन्मुंबई महानगर पालिका के ठेकेदारों के 37 ठिकानों पर छापेमारी की है। ऐसा बताया जा रहा है कि आयकर विभाग ने यह कार्रवाई इंटेलिजेंस से मिली जानकारी के बाद की है।
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ऐसी जानकारी मिली है कि आयकर विभाग को बीएमसी से जुड़ी सरकारी परियोजनाओं से भारी-भरकम रकम की वसूली की जानकारी मिली, जिसके बाद आयकर विभाग ने ये बड़ी कार्यवाई की है।
735 करोड़ रुपये की फर्जी एंट्री और फर्जी खर्च के सबूत मिलने के बाद आयकर विभाग ने मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य जिलों में एंट्री आपरेटरों के यहां छापेमारी की है।
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महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक घमासान के बीच आयकर विभाग की इस कार्यवाई को राजनीति से प्रेरित बताया जा रहा है क्योंकि बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) पर शिवसेना का कब्जा है और सरकार बनाने के लिए शिवसेना ने बीजेपी से नाता तोड़ लिया है।
बीएमसी के 227 सदस्यीय सदन में शिवसेना के कुल 94 कॉरपोरेटर्स हैं. वहीं (भाजपा) के 82 कॉरपोरेटर्स हैं. इस बीच शिवसेना के प्रमुख नेता संजय राउत ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से पार्टी डरने वाली नहीं है इसीलिए बीजेपी इस तरह की राजनीति करके शिवसेना को डराने की सोचे भी नहीं।