INDIA Alliance: पश्चिम बंगाल में टीएमसी और कांग्रेस के बीच घमासान, सीट शेयरिंग से पहले दोनों दलों के बीच तल्खी बढ़ी

INDIA Alliance Clash: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने तो कांग्रेस की नींद ही उड़ा दी है। उनकी पार्टी की ओर से भी कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया गया है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2024-01-01 03:22 GMT

ममता बनर्जी  रंजन चौधरी (photo: social media )

INDIA Alliance Clash: विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया में सीट शेयरिंग पर चर्चा शुरू होने से पहले ही घमासान छिड़ गया है। खासतौर पर पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में सहयोगी दलों के बीच जबर्दस्त खींचतान का दौर शुरू हो गया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने तो कांग्रेस की नींद ही उड़ा दी है। उनकी पार्टी की ओर से भी कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया गया है। टीएमसी नेता कुणाल घोष ने तो कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई को भाजपा का दलाल तक बता डाला है।

दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी पर पश्चिम बंगाल में इंडिया गठबंधन की संभावनाओं को बर्बाद करने का आरोप लगाया है। उन्होंने मुर्शिदाबाद में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि ममता बनर्जी खुद इंडिया गठबंधन से डरी हुई हैं क्योंकि उनकी अपनी समस्याएं हैं। इसी कारण उन्होंने पश्चिम बंगाल में गठबंधन की राह में रोड़े अटकाने शुरू कर दिए हैं।

बंगाल में टीएमसी अकेले करेगी मुकाबला

टीएमसी मुखिया ममता बनर्जी ने हाल में पश्चिम बंगाल में एक रैली को संबोधित करते हुए साफ तौर पर कहा था कि पश्चिम बंगाल में वे अकेले भाजपा का मुकाबला करेंगी जबकि देश के अन्य हिस्सों में इंडिया गठबंधन भाजपा का मुकाबला करेगा। उनका कहना था कि टीएमसी ही पश्चिम बंगाल में भाजपा को सबक सिखाने में सक्षम है और हम इस मामले में पूरे देश के लिए उदाहरण सेट करेंगे। इससे पहले ममता बनर्जी की पार्टी ने पश्चिम बंगाल में कांग्रेस को दो से अधिक सीटें देने से इनकार कर दिया था। टीएमसी का कहना था कि पश्चिम बंगाल में कांग्रेस इससे ज्यादा सीट पाने की हकदार नहीं है।

टीएमसी ने कांग्रेस को भाजपा का दलाल बताया

इस बीच तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष ने कांग्रेस को भाजपा का दलाल तक बता दिया है। उन्होंने कहा कि 2021 के चुनाव के दौरान कांग्रेस ने भाजपा को फायदा पहुंचाने का काम किया था। उन्होंने कहा कि 2021 में टीएमसी भाजपा को हराने के लिए मैदान में उतरी थी जबकि कांग्रेस ने सीपीएम के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। उन्होंने वोटों का ध्रुवीकरण किया था जिससे भाजपा को फायदा पहुंचाने का काम किया गया था। हालांकि कांग्रेस और सीपीएम को कुछ भी हासिल नहीं हो सका।

उन्होंने कहा कि बंगाल की राज्य कांग्रेस का कोई मतलब नहीं है। ममता बनर्जी कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के साथ बातचीत कर रही हैं। समय आने पर गठबंधन के बारे में सबकुछ स्पष्ट तौर पर बता दिया जाएगा। इस पूरे मामले को ममता बनर्जी खुद देख रही हैं और वही इस बाबत आखिरी फैसला लेंगी।

चौधरी ने लगाया ममता पर बड़ा आरोप

दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हम लोग अपनी चुनावी तैयारी में जुटे हुए हैं। हमें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन हमारे साथ आ रहा है और कौन साथ छोड़कर जा रहा है। मुर्शिदाबाद जिले में हमने पहले भी टीएमसी और भाजपा दोनों दलों को हराया है। उन्होंने ममता बनर्जी पर पश्चिम बंगाल में इंडिया गठबंधन की संभावनाओं को नष्ट करने का आरोप भी लगाया।

चौधरी के बयान पर प्रतिक्रिया जताते हुए टीएमसी के नेता और प्रदेश के मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा कि सीपीएम के साथ जाने के बाद कांग्रेस के कुछ नेता भी उसी पार्टी की भाषा बोलने लगे हैं। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस जीरो हो गई थी। मुर्शिदाबाद जिले की सारी सीटें भी कांग्रेस ने भाजपा को दे दी थी। चौधरी अपनी अंतरात्मा को बेच सकते हैं मगर हम यह काम नहीं कर सकते।

तल्ख बयानबाजी से मुश्किलें बढ़ीं

दोनों दलों के नेताओं के तल्ख बयानों से साफ हो गया है कि पश्चिम बंगाल में सीट शेयरिंग का मुद्दा सुलझाना आसान काम नहीं है। टीएमसी नेता ममता बनर्जी कांग्रेस को कोई अहमियत नहीं दे रही हैं और इसे लेकर राज्य कांग्रेस के नेता काफी नाराज नजर आ रहे हैं।

आने वाले दिनों में दोनों दलों के बीच तल्ख बयानबाजी और तेज होने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में सीट शेयरिंग पर चर्चा से पहले ही पश्चिम बंगाल में दोनों दलों के बीच घमासान छिड़ गया है और दोनों दलों के नेता आरोप-प्रत्यारोप में जुट गए हैं। इसे विपक्षी गठबंधन के लिए अच्छा संकेत नहीं माना जा रहा है।

Tags:    

Similar News